नीतेश कुमार संवाददाता राकेश कुमार
रामपुरा ,जालौन। खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कोटे की दुकान से वितरण किए जाने वाले खाद्यान्न की नई तकनीक कोटेदार एवं कार्ड धारकों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है।
शासन की मंशा के अनुसार उत्तर प्रदेश खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा निशुल्क खाद्यान्न वितरण कराए जाने की दशा राशन की प्रत्येक दुकान से कार्ड धारक को सुनिश्चित एवं पूरी तौल का खाद्यान्न प्राप्त हो इसके लिए नई तकनीक का उपयोग करते हुए ई-पास मशीन जिस में कार्ड धारक का अंगूठा लगाकर यह सत्यापित किया जाता है कि लाभार्थी ने खाद्यान्न प्राप्त किया है इस ई-पास मशीन को इलेक्ट्रॉनिक कांटा से संबद्ध कर दिया गया है , जिससे यह भी सुनिश्चित होता है कि कार्ड धारक को खाद्यान्न निर्धारित पूरी तौल से मिला है । यह मशीन इसी मार्च माह से प्रारंभ हुई है लेकिन इसमें कोई ऐसी तकनीकी गड़बड़ी है कि नेटवर्क पूरे आने के बावजूद भी पास ई-पास मशीन चालू नहीं हो पा रही है परिणाम स्वरूप माधौगढ़ तहसील क्षेत्र सहित जनपद जालौन की अधिकांश राशन की दुकानों पर कार्ड धारकों की लंबी-लंबी लाइन लगी है लेकिन खाद्यान्न वितरण नहीं हो पा रहा है। कार्ड धारक लाभार्थियों की मानें तो एक-एक कार्ड धारक को दो दिन पूरा व्यतीत हो जाने के बावजूद भी खाद्यान्न मुहैया नहीं हो पा रहा है जबकि होली का पर्व आ गया है गरीब मजदूर यदि इन दो दिन में मजदूरी करने जाता तो उसे 500-1000 रुपया मजदूरी प्राप्त हो जाती जबकि निशुल्क प्राप्त होने वाले राशन की बाजारू कीमत उसकी तुलना में बहुत कम है । कार्डधारकों को खाद्यान्न न मिल पाने एवं निराश होकर वापस लौटने के कारण वह सरकारी व्यवस्था को बुरा भला कहते हुए कोटेदार से विवाद करते दिख रहे हैं।