कट्टे के लिए दिए थे 20 हजार, मांगने पर नाबालिगों ने रेता दोस्त का गला, मां बोली- हाय मेरे बेटे को मार डाला

Feb 10, 2024 - 08:37
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कट्टे के लिए दिए थे 20 हजार, मांगने पर नाबालिगों ने रेता दोस्त का गला, मां बोली- हाय मेरे बेटे को मार डाला
कानपुर देहात में कट्टा खरीदने के लिए उधार दिए 20 हजार रुपये वापस मांगने पर चार नाबालिग दोस्तों ने अपने ही दोस्त की गला रेतकर हत्या कर दी। इन दोस्तों ने पहले 15 साल के अनुज को खेत में बुलाकर अगवा किया। फिर हत्या करके शव कुएं में ठिकाने लगा दिया। अनुज के साथ आखिरी बार देखे गए एक दोस्त से पुलिस ने सख्ती से की तो वारदात का खुलासा हुआ।शव बरामद करने के साथ ही पुलिस ने तीन नाबालिग हत्यारोपियों को हिरासत में ले लिया है जबकि एक फरार है। मामला रूरा थाना क्षेत्र के उलरापुर गांव का है। अनुज के पिता करन सिंह खेती के साथ उलरापुर में दूध का व्यापार करते हैं। बड़ा बेटा अनुज भी पढ़ाई छोड़कर दूध के काम में लग गया था। बुधवार शाम से उसके लापता हो जाने पर पिता ने रूरा थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। छानबीन में पुलिस को उसे एक दोस्त के साथ देखे जाने का पता चला। गुरुवार की रात उस दोस्त को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की, तो पहले वह पुलिस को गुमराह करता रहा। सख्ती करने पर वह टूट गया और सब उगल दिया। हिरासत में लिए गए किशोर ने पुलिस को बताया कि अनुज की हत्या गांव के ही उसके तीन दोस्तों ने (सभी की उम्र 16-17 साल) 20 हजार रुपये की उधारी मांगे जाने पर की थी।पिता की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज वह भी उस वक्त वहां मौजूद था। तीनों ने पहले अनुज को रुपये वापस देने के बहाने खेत में बुलाया फिर जबरन गांव के बाहर नलकूप पर ले जाकर धारदार हथियार से गला रेत दिया। शव को कुएं में फेंक दिया। शव बरामद करने के साथ पुलिस ने दो और नाबालिग दोस्तों को हिरासत में लिया। अभी मुख्य आरोपी फरार है। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि पिता की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है। हाय मेरे बेटे को धोखे में रखकर मार डाला बेटे अनुज की मौत पर मां बबिता को रो-रोकर बुरा हाल रहा। वह बार-बार यही कह रही थी कि हाय मेरे बेटे को धोखे में रखकर मार डाला। कुएं से शव निकलते ही भाई सनुज व बहन शिवानी भी बिलख पड़े। मौजूद पुलिसकर्मियों ने परिवार के लोगों को ढांढस बंधाया। घटना को लेकर हर कोई अचंभित था। किसी को एहसास तक नहीं था कि एक साथ उठने बैठने वाले दोस्त एक-दूसरे की जान के दुश्मन बन जाएंगे। घर से एक किलोमीटर दूर मिला शव अनुज के बुधवार शाम से लापता होने के बाद परिवार के लोग अनुज की खोजबीन में जुटे थे। पिता करन सिंह ने जब पुलिस को दी जानकारी तो पुलिस ने भी गांव के आसपास परिवार के लोगों के साथ खोजबीन की। इस दौरान अनुज के साथ आखिरी बार देखा गया दोस्त भी मौजूद रहा लेकिन यह अंदाजा किसी को नहीं हुआ कि गांव में ही अनुज की अगवाकर हत्या कर दी गई। जिस जगह पर नलकूप के कुएं में अनुज का शव मिला, वह घर से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर था। कुछ महिलाओं से भी पुलिस ने की पूछताछ उलरापुर में अनुज की हत्या के बाद पिता ने गांव के ही दो दोस्तों व उनके एक और साथी पर हत्या किए जाने का आरोप लगाया। गांव के जिन दो दोस्तों के नाम सामने आए वह फरार थे। सीओ तनु उपाध्याय ने टीम के साथ उनके घर पहुंचकर छानबीन की और घर की दो महिलाओं को हिरासत में लिया है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी। घटना की सही वजह जानने के लिए पुलिस मिला रही कड़ी से कड़ी अनुज की हत्या में पुलिस भी कई जगह उलझी नजर आई। मृतक अनुज के साथ आखिरी बार देखे गए उसके नाबालिग दोस्त को पुलिस ने हिरासत में लिया तो उसने तीन दोस्तों द्वारा उधार दिए गए रुपये मांगने को लेकर हत्या की बात कही। हालांकि पूछताछ में जो तथ्य सामने आए, उनको लेकर पुलिस कई बिंदुओं पर उलझी नजर आई। रुपये किस बात को लेकर दिए गए पहला सवाल पुलिस के सामने रहा कि कितने रुपये दिए गए। पिता ने 20 हजार बताए वहीं, साथी ने 17 हजार देने की बात कही। दूसरा सवाल था कि रुपये किस बात को लेकर दिए गए, जिस पर पिता ने किसी सामान की खरीदारी की बात कही लेकिन सामान क्या खरीदा जाना था यह स्पष्ट नहीं किया। क्यों खरीदना चाहता था तमंचा वहीं, साथी ने तमंचा खरीदने के लिए रुपये देने की बात कही। तीसरा सवाल यह रहा कि आखिर तमंचा अनुज इतनी कम उम्र में क्यों खरीदना चाहता था। क्या इस बात की जानकारी परिवार के लोगों को भी थी। यही सवाल पुलिस को उलझाए रही। हालांकि पुलिस एक-एक कड़ी मिलाकर घटना की सही वजह जानने में जुटी है।

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