पुत्री के साथ बलात्कार का प्रयास करने वाले पूर्व सांसद देश के बड़े दल में शामिल होने पर कहलाये ब्रह्मचारी

Jan 4, 2024 - 21:40
Jan 21, 2024 - 17:57
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पुत्री के साथ बलात्कार का प्रयास करने वाले पूर्व सांसद देश के बड़े दल में शामिल होने पर कहलाये ब्रह्मचारी

वर्तमान में अपनी पुत्री का साल में 9 बार जन्म दिन मानते प्यारे नेताजी

भतीजी व साले की पत्नी के साथ अवैध संबंधों वाले नेताजी को देखते ही लोगो के दरबाजे हो जाते थे बन्द

बडे दल में शामिल होने पर बन्द दरबाजा करने वाले लोग ही दरबाजा खोल कर रहे चरण बन्दना

इतनी गन्दी राजनीति का जिम्मेदार कौन , इन दलबदलुओं की पार्टियों में क्यो नही होती KYC

उरई(जालौन)। सनातन धर्म की पुरानी कहावतों के अनुसार लोगो को कर्मो के आधार पर जाना जाता था । अच्छे कर्मों वाला देव तुल्य माना जाता था तथा बुरे और अनैतिक कृत्यों को करने वाले को राक्षस कहा जाता था फिर वो किसी भी जाति का क्यो ना हो । लेकिन एक बार राक्षस कहलाने के बाद वो कितने भी अच्छे कर्म क्यो ना करे उसको जीवन पर्यन्त उसी श्रेणी में रखा जाता था। क्योंकि उस समय धन से दुनिया के किसी भी व्यक्ति का ईमान नही खरीदा जा सकता था । लेकिन देश के एक दल ने सनातन धर्म का सहारा लेकर पूरे देश क्या दुनिया मे अपना नाम ऊंचा कर लिया । लेकिन उन उचाईयों को बढ़ाने के लिए कुछ ऐसे लोग अपने दाल में शामिल कर लिए जो सनातन धर्म के हिसाब से राक्षस मने जाते है और समाज मे बैठाने के लायक ही नही है । क्योंकि पूर्व में सांसद बनने बाले एक नेता ने जन प्रतिनिधि बन कर जनता को ही जमकर लुटा इसका जीता जागता सबूत उस पूर्व सांसद का महल है जो कि कई बद्दुआओं के ऊपर बना है । क्योकि एक व्यक्ति की थोड़ी सी जमीन लेकर आस पास की जमीन पर उस जनप्रतिनिधि ने कब्जा कर लिया जिन लोगों की पुकारें आज भी न्यायालय की फाइलों में दफन है। लेकिन हद तो तब हो गई जब नेता जी बड़े पापा कहने वाली अपनी बेटी से ही अवैध संबंध बना बैठे जिसकी जानकारी उसकी सगी बेटी ने तब दी जब नेताजी ने अपनी बेटी की ही ट्रेन की चेन खींच डाली । जबकि ऐसे एक दर्जन से ऊपर रिस्ते बताए गए जिनको नेताजी ने तार तार किया । जब नेता जी की पतलून उनकी पत्नी और बेटी ने उतारी तो उसमेंसे कुछ झुनझुने निकले जो माँ बेटी को स्वर्ग पहुचाने वाले थे । जिससे बचाव के लिए उनको महिला आयोग दिल्ली का सहारा लेना पर कुछ महीनों की गुमनाम जिन्दगी जीने के बाद उन माँ बेटियों ने उन नेताजी की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपनी जान की भीख मांगी जिन्होंने उनकी जान की सुरक्षा की । इस घटना क्रम के अनुसार ऐसे कृत्य करने वाले नेताजी को राक्षसी नेता कहेंगे और ऐसे नेताओं को समाज मे खड़े होने का भी अधिकार नही चाहे वो कितने ही पूण्य कर्म क्यो ना कर ले क्योंकि कुत्ते की दुम सीधी फुकुनु के भीतर ही रह सकती बाहर आते ही इंग्लिश के आठ बन जाती है। तो ऐसे नेताओं की सायद ही किसी सनातनी को जरूरत हो ।

लक्ष्मी जी को चढ़ावा देकर नेताजी जी ने राक्षसी गददी का करवाया धर्म परिवर्तन

उरई(जालौन)। नेताजी के ये अनैतिक कृत्य जब जग जाहिर हुए तो जनपद के हर नेता व आम लोगों ने इनसे दूरियां बना लिए और जो कोई इस नेता के आसपास दिखता तो उसको लोग ताने देकर उनसे दूर करा देते । यहां तक कि जिस किसी के दरवाजे से नेताजी निकलते तो उसके दरबाजे बन्द हो जाते । औऱ लोगों ने इनको समाज से भी गिरा दिया। क्योंकि नेता जी पता नही जिस घर मे जाए उसकी ही मलाई ना चट कर जाएं। लेकिन कुछ वर्षों के पातालवास के बाद नेता जी एक ऐसी ट्रेन में बिना टिकट कूंद पड़े जो एक ऐसे दल की थी जो कि सनातनियों की सबसे हितैसी पार्टी मानी जाने लगी । नेताजी जी ने जैसे ही बिना टिकट पार्टी जॉइन की तो लोगों की भावनाएं नेताजी के प्रति इस तरह बदल गई मानो उनकी जिंदगी में कोई देव आ गया हो । जो दरबाजे बन्द थे सारे दरबाजे खुल गए अब नेताजी को लोग अपने घर मलाई मार के चाय पर बुलाने लगे अब इन सब मे यह नही समझ आ रहा कि लोगो को चमत्कार नेताजी में दिखा की उस पार्टी में जो बिना KYC किये किसी भी बड़े पापा आशिक को अपनी पार्टी में ले लेते है।

वर्तमान पार्टी के सितारा कहे जाने वाले नेताजी के पार्टी पर किये पूर्व के परोपकार

उरई(जालौन)। वर्तमान में सनातनियों की कही जाने वाली पार्टी से नेता जी सकुनी की तरह पांसे फेक कर जनप्रतिनिधि तो बन गए लेकिन उनका कद कुछ छोटा हो गया । लेकिन जिस पार्टी में निताजी का सितारा आज बुलन्द है । वो जब विरोधी पार्टी में सांसद थे तो उन्होंने वर्तमान पार्टी के सैकड़ों युवा कार्यकर्ताओ की जिन्दगियां बर्बाद कर दी थी क्योंकि उस समय इस नेता ने सनातनियों के सम्मान के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ किया था कि सनातन का झण्डा उठाने वाले सैकड़ो युवाओं को इसने सडयंत्र के तहत घर से उठवा कर जेल भिजवा दिया था और सनातनियों की सबसे बड़ी सोभा यात्रा को रुकवा दिया था जबकि आज उसी शोभा यात्रा में यह नाटा नेता सबसे आगे पोज देता नजर आ जाता है। अब प्रशन यह है कि उस पार्टी ने इसको अपनी पार्टी से टिकट कैसे दे दिया जिसने पार्टी के सैकड़ों युवाओ की जिंदगी बर्बाद की थी । इस नेता को पार्टी में लेकर सनातनियों की भावनाओ के साथ खिलवाड़ किया है। अगर किसी भी नेता को पार्टी में लेने से पहले KYC की जाए तो उसका राक्षसी चेहरा सामने आ जायेगा और ऐसे लोगो से समाज को बचाया जा सकता है जो पार्टियों का सहारा लेकर लोगो की भावनाओं के साथ खेलते है।

नेताजी साल में 9 बार मनाते अपनी बेटी का जन्म दिन 

उरई(जालौन)। जिस पुत्री पर कभी नेताजी की बुरी नजर थी । आज नेताजी उरई पुत्री का साल में 9 बार जन्म दिन मनाने से नहीं चूकते जिससे लोगों के जहन से पुरानी यादें निकाली जा सकें नही तो इस पार्टी से भी हाँथ ना धो बैठें। जबकि सूत्रों की माने तो पुत्री को चुनाव लड़ाने का वचन देकर अपनी तरफ कर लिया क्योकि किसी और के पाले में जाने पर निताजी के कपड़ों में कॉकरोच काटता ही रहता । लेकिन नेताजी की ये वही पुत्री है जो कभी मीडिया में चिल्ला चिल्ला कर नेताजी के कपड़े फाड़ रही थी । लेकिन नेताजी बाकायदा साल में 9 बार उसका जन्मदिन मानकर लोगों को बुलाकर और पुत्री के जन्म दिन की फ़ोटो सोसलमीडिया में वायरल कर सबके मन से पुरानी बातें डिलीट तो कर ही रहे । साथ ही साथ इतने केक काट कर बेटी की उम्र भी चुनाव के बराबर कर रहे । क्योकि नेताजी को बड़े चुनाव का टिकट तो मिलने से रहा कम से कम बेटी को ही टिकट दिलाकर तसल्ली कर लेंगें। लेकिन नेताजी की पत्नी पर सस्पेंस आज भी बना हुआ है क्योंकि वो इनके किसी भी झांसे में नही आई और इनके साथ नही आई लेकिन लड़की मां को छोड़ कर पापा के पास आ गई । अब तय जनता को करना है की इनमे किसकी भावनाओ के साथ खिलवाड़ हुआ क्योकि ये कहानी जग जाहिर है और निताजी का षडयंत्र आज भी जिले के कई कद्दावर नेता व आम लोगों के खिलाफ जारी है ।

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