'राजनीति'
भोपाल l लोकसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चली हैं, सतना लोकसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला है । भाजपा, कांग्रेस के अलावा बीएसपी प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी के उतरने से सतना का मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। भाजपा ने चार बार के सांसद गणेश सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने सतना विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पर भरोसा जताया है। वहीं बीएसपी ने सोशल इंजीनियरिंग का कार्ड खेला है और ब्राह्मण चेहरे नारायण त्रिपाठी पर दांव लगाया है।
सतना लोकसभा सीट के चुनावी रण में घमासान शुरू हो गया है, प्रत्याशी मौजूदा सांसद से विकास का रिपोर्ट कार्ड मांग रहे हैं, वहीं अपनी-अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं बीएसपी प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी अब न केवल सतना सांसद के 20 साल के कार्यकाल में कामों का हिसाब लेकर चुनावी रण में है, बल्कि अब वो भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह के साम दाम दंड भेद अस्त्र शस्त्र वाले बयान को लेकर उन्हें घेर रहे हैं।
*साम-दाम से जीतेगी भाजपा ?*
कुछ समय पहले भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।जिसमें गणेश सिंह ये कहते हुए नजर आ रहे थे कि 'साम-दाम-दंड-भेद-अस्त्र-शस्त्र का इस्तेमाल करो लेकिन मुझे बूथ जिताओ। नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है। भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह के इस बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी। वहीं बीएसपी प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी भी इस बयान को लेकर उनपर हमलावर हैं।
*कौन जीतेगा सतना का चुनावी रण ?*
विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान भी सतना में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा को जीत मिली थी, वहीं भाजपा सांसद गणेश सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा था। वहीं भाजपा छोड़ विंध्य जनता पार्टी बनाने वाले नारायण त्रिपाठी ने सतना की मैहर विधानसभा से चुनाव लड़ा था और उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सतना लोकसभा क्षेत्र के चुनावी रण में कौन जीत पाता है ।