शरद पूर्णिमा तिथि में पड़ने वाले चंद्र ग्रहण मैं कई राशियों के लोगों की चमकेगी किस्मत : पंडित दीपक महाराज
30 वर्षो में पहली बार शारद पूर्णिमा के दिन बन रहा ग्रहण काल का योग

सत्येन्द्र सिंह राजावत संपादक
उरई(जालौन)। पंडित दीपक महाराज ने शरद पूर्णिमा को पडने वाले चंद्र ग्रहण के बारे में बताया कि 28 अक्टूबर दिन शनिवार को पडने वाले चंद्र ग्रहण को बहुत ही विशेष माना जा रहा है जहां इस ग्रहण को खंडग्रास चंद्र ग्रहण के नाम से जाना जाएगा इस चंद्र ग्रहण को विशेष इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि लगभग 30 वर्षों मैं पहली बार चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है जो कि कई राशियों को प्रभावित करेगा जिसमें कई राशि के लोगों को यह चंद्र ग्रहण बहुत ही शुभ फल देने वाला होगा भारतीय समय के अनुसार माने तो इस चंद्र ग्रहण का सूतक 28 अक्टूबर को दिन में शाम 4:00 बजे के करीब प्रारंभ हो जाएगा और चंद्र ग्रहण रात्रि 1:05 से प्रारंभ होकर 2:23 तक रहेगा ग्रहण काल कुल मिलाकर एक घंटा 18 मिनट का होगा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात्रि 12:00 बजे के बाद प्रारंभ होगा जब 29 अक्टूबर तारीख लग जाएगी उसके प्रारंभ कल में अश्वनी नक्षत्र में चंद्र ग्रहण प्रवेश कर रहा है जो की मेष वृषभ कन्या और मकर राशि वालों के लिए अशुभ फल देने वाला माना जा रहा है। वही चंद्र ग्रहण से सिंह तुला धनु और मीन राशि वाले जातक के लिए चंद्र ग्रहण सामान्य रहेगा । वही मिथुन कर्क वृषभ और कुंभ राशि वालों के लिए यह चंद्र ग्रहण बहुत ही लाभकारी बताया जा रहा है जिसमें इस राशि वाले जातकों के लिए यह समय बहुत ही शुभ रहेगा ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं एवं पशु बाहर न निकले इसके अलावा देवी देवताओं के मंत्रो का जाप एवं पाठ करना ग्रहण काल में बहुत ही लाभकारी बताया गया है । ऐसे में पूर्णिमा पडने के कारण लोग खीर का भोग बना ले जो की खीर सूतक काल से पहले ही बनकर तैयार हो जानी चाहिए जिसमें कुसा डालकर रख दें एवं ग्रहण के मोक्ष के उपरांत खीर को खुले आसमान के नीचे रख दें एवं प्रातः काल मंगला आरती के बाद खीर में तुलसी डाल कर ठाकुर जी को भोग लगा कर प्रसाद रूप में ले सकते हैं । ग्रहण काल में सूतक लगने के बाद भोजन करने की पूर्णता मनाई है ।