नीतेश कुमार संवाददाता,
उरई(जालौन)। प्रतेक व्यक्ति को विधिक व क़ानूनी जानकारी हो हर पीड़ित को सम्मान पूर्ण न्याय मिले इसी उद्देश्य को लेकर दलित सम्मान व न्याय केंद्र दुवारा शुरू किये गए न्याय तक पहुँच अभियान के तहत जिला मुख्यालय उरई स्थित गणेशधाम, जालौन मुन्सिव कोर्ट परिसर व कालपी तहसील कोर्ट परिसर में आयोजित अधिवक्ताओं के साथ बैठक में न्याय तक पहुँच अभियान पर जोर दिया गया। अधिवक्ताओं के साथ बैठक में बक़ीलों ने जिले की प्रमुख घटनाओं पर चर्चा की व न्यायिक प्रक्रिया पर मंथन किया, दलित सम्मान व न्याय केंद्र के संस्थापक एड.कुलदीप कुमार बौद्ध ने दलित डिग्निटी एंड जस्टिस सेंटर की टीम दुवारा जिले में किये जा रहे दलित अत्याचार/उत्पीड़न, पॉक्सो व महिला हिंसा के केसों की अध्यन पर बात रखते हुये बताया कि साल 2023 में जालौन जिले के सभी 19 थानों में एस.सी./एस.टी एक्ट के तहत 120 मामले दर्ज हुये,वही एड. रश्मि वर्मा ने महिला हिंसा के केसों बारे में बताया कि कुछ केसों को छोड़कर ज्यादातर केस कोर्ट में चल रहे है, लेकिन बहुत सारे पीड़ितों को अभी तक मुआवजा नही मिला है, जबकि क़ानून में स्पष्ट प्रावधान दिया गया। सेंटर कॉर्डिनेटर सत्यवान ने बताया कि सेंटर टीम प्रतेक दिन अखबारों में प्रकाशित घटनाओं का संकलन करती है,पुलिस स्टेशन विज़िट से लेकर पीड़ितों के घर जाकर केसों की फैक्टफाइंडिंग करती व प्रतेक केस का दस्तावेजीकरण सेंटर में किया जाता है।
अधिवक्ताओं के साथ जिला मुख्यालय उरई में हुई बैठक में एड.नेहा निरंजन, एड.प्रियंका, एड.मतलूब चंदेल, एड.अजित सिंह, एड.शैलेन्द्र, एड.दीपक, एड.सीलेंद व जालौन में हुई बैठक में एड.डा़ रमेश बाबू,एड.बृजेश कुमार, एड.बृजमोहन कुशवाहा, एड.श्याम सुन्दरदोहरे वही कालपी तहसील में एड.अखिलेश कुमार की अध्यक्षता में एड.मनोज कुमार जाटव,एड. गंगा प्रसाद, एड.चंदमणि सिंह,एड.महाराज सिंह,एड. राम गोविंद वर्मा,एड. मोहनलाल श्रीवास,एड. प्रभुदयाल,एड.एच प्रसाद, एड.वीरेंद्र कुमार अहिरवार आदि उपस्थित रहे।