लोगों की चर्चाओं में विजय काले नाग से बने पनिया सांप
न्यूज़ इंडिया एक्सप्रेस पर सर्वप्रथम प्रकाशित की गई खबर निकली सत प्रतिशत सच
भाजपा के नेताओं की भीड़ में विजय पाएंगे कोन सा नम्बर
उरई(जालौन)। जनपद जालौन की उरई नगर पालिका जो की जनपद की सबसे बड़ी नगर पालिका है जहां लोगों ने बसपा पर अपना भरोसा जताते हुए भाजपा को करारी हार देकर बसपा को जीत दिलाई थी जहां गिरिजा देवी को फिर से नगर पालिका अध्यक्ष बनने का मौका मिला लेकिन दुर्भाग्य तो यह रहा कि उनकी सरकार सत्ता में न थी जिस वजह से नगर पालिका के अध्यक्ष के बेटी व सभासदों ने नगर में विकास कार्य न होने देने के आरोप विपक्षियों पर लगाए जिसको लेकर सभी सभासद जिला अधिकारी से भी मिले थे लेकिन न्यूज़ इंडिया एक्सप्रेस ने चुनाव के कुछ दिन बाद ही खबर प्रकाशित कर साफ कर दिया था कि नगर पालिका के प्रिय विजय को भाजपा में हर हालत में शामिल होना ही पड़ेगा जिस खबर को पढ़कर कई हितेशियों के पिछवाड़े में मिर्ची भी लगी और खबर पर कमेंट करते हुए खबर को पूरी तरह निराधार बता दिया और यहां तक बोल दिया कि विजय तो भाजपा की तरफ देखेंगे भी नहीं लेकिन विजय की विजय होने के बाद भी वह मानो हार से गए थे क्योंकि नगर से किए हुए वादे पूरे करने में वह निष्फल हो गए थे क्योंकि नगर पालिका का सारा दारों मदर गिरिजा देवी के बेटे विजय पर रहता है इसलिए भाजपा ने साम दाम दंड भेद जैसी युक्तियों को अपनाकर विजय को भाजपा में शामिल कर विजय दिलाई क्योंकि अब नगर पालिका शायद नगर का थोड़ा सा विकास करवा पाए लेकिन भाजपा में शामिल होने वाले पत्र पर कौन सी शर्तें लिखी हुई है वह गोपनी तो रह गई लेकिन फिर भी सूत्रों के हवाले से हवा की तरह उड़ते हुए लोगों के कानों तक पहुंच गई जिस वजह से भाजपा के विरोध में वोट देने वाले लोगों ने चर्चाओं में यह तक बोल दिया की विजय पहले काले नाग की तरह होते थे जिनसे सभी को डर लगता था की विजय की छवि के आगे किसी और का जितना नामुमकिन सा हो जाता था लेकिन अब वह पनिया सांप की तरह हो गए क्योंकि उसमें जहर नहीं होता और उससे कोई नहीं डरता लेकिन देखा जाए तो बसपा के जनपद में टायकून माने जाने वाले विजय को बसपा छोड़ पाना इतना आसान नहीं था क्योंकि अब विजय शायद ही कभी विजय पा सकें क्योंकि भाजपा में लगातार आए दिन कई नेता शामिल होते रहते हैं जिस वजह से भाजपा की लिस्ट लाखों नेताओं के हिसाब से बढ़ती जा रही है वहीं देखा जाए तो जो पार्टी के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी काम कर रहा है भाजपा वरीयता उसी को देगी ऐसे में उसी लिस्ट में विजय का नाम सबसे नीचे ही पाया जाएगा जिसको इस तरह माना जाए कि किसी गेस्ट हाउस में सबसे पीछे वाली काल कोठरी में रहने को वी आई पी रूम दे दिया जाए लेकिन वही लोगों ने यह भी कहा की हमारे बुजुर्गों ने एक कहावत कही थी कि गर्ज पर गधे को भी बाप कहना पड़ता है क्योंकि यह कहावत बहुत प्रचलित है इसीलिए प्रदेश के सारे अपराधीयों ने भाजपा से डर कर क्राइम छोड़ दिया है क्योंकि जिस तरह बच्चों की गलती पर पापा चप्पल लिए बैठे रहते हैं इस तरह योगी जी का बुलडोजर भी अपराधियों के लिए तैयार रहता है जिस डर की वजह से अब सारे क्रिमिनल भाजपा के सामने नतमस्तक हो गए हैं यह योगी और मोदी का सख्त रुख है इसी वजह से लोग अलग-अलग चर्चाएं कर रहे हैं कि विजय को कौन सा डर था जो सालों से जिस पार्टी में नाम कमाए हुए थे उसको जनपद मे लाचार सा छोड़ दिया ।
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