जल शक्ति मंत्री द्वारा लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में समीक्षा बैठक कर संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिये गये आवश्यक दिशा निर्देश
उरई(जालौन)। मंत्री, जल शक्ति विभाग(सिंचाई एवं जल संसाधन बाढ़ नियंत्रण परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) उ०प्र० श्री स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में सिंचाई एवं जल संसाधन, सिंचाई यांत्रिक, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, भूगर्भ जल विभाग, नमामि गंगे एवं जल जीवन मिशन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय में मा0 मंत्री जी को जनपद में संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विकासखंड कोंच में हर घर जल 31 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा। मा0 मंत्री जी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद को हर घर जल से संतृप्त कर लिया जाए। मा० मंत्री जी ने नलकूप विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी राजकीय नलकूपों को नियमित रूप से सुचारु और क्रियाशील रखा जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई से जुड़ी कोई असुविधा न हो और उन्हें नलकूपों से जल की उपलब्धता नियमित रूप से सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह कदम किसानों की कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को सुधार होगा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी नहरों की साफ सफाई नियमित रूप से की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि नहरों के माध्यम से जल आपूर्ति में कोई बाधा न हो। इन प्रयासों से किसानों को खेतों तक पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होगा, जिससे उनकी फसलें समय पर तैयार हो सकेंगी। मंत्री जी ने लघु सिंचाई विभाग को भूगर्भ जल रिचार्ज को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने चेक डैम और ग्राउंड वाटर रिचार्ज वेल के निर्माण पर जोर दिया ताकि भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि इन उपायों से न केवल जल संकट को कम किया जा सकेगा, बल्कि लंबे समय तक जल संरक्षण की दिशा में भी मदद मिलेगी। विकास खंड कोंच के सभी गांवों में 31 मार्च 2025 तक पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके तहत जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्यों को तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल की उपलब्धता ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने और जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने नमामि गंगे और जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्यों की प्रगति पर भी समीक्षा की। अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से योजनाओं को पूरा करने की सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण, स्वच्छता और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। मा० मंत्री जी ने कहा कि जल संसाधन और सिंचाई से जुड़े विभागों के समन्वित प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों में जल से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जाएगा। यह पहल न केवल किसानों के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को समाप्त करने में भी सहायक होगी।
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