खाद की कमी होते ही खाद विक्रेताओं ने खाद की कालाबाजारी की शुरू

Oct 29, 2024 - 22:55
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खाद की कमी होते ही खाद विक्रेताओं ने खाद की कालाबाजारी की शुरू
जालौन (उरई)।सहकारी समितियों में खाद की कमी को देखते हुए खाद विक्रेताओं ने लाभ उठाना शुरू कर दिया है। नगर में संचालित खाद की दूकानों में डी ए पी की एक बोरी पर 200 अतिरिक्त लिया जा रहा है। खाद की कालाबाजारी से किसानों में नाराजगी पनप रही है। सरकार से लेकर जिला प्रशासन तक किसानों को खाद की उपलब्धता का प्रयास कर रहा है तथा किसानों को सही कीमत पर खाद उपलब्ध कराने में लगा हुआ है। सरकार व प्रशासन के प्रयासों के बाद किसानों को सही मात्रा में खाद नहीं मिल पा रही है। सरकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध न होने के कारण किसानों को बाजार से डी ए पी खाद खरीदनी पड़ रही है। खाद की कमी का फायदा उठाकर खाद विक्रेता 1350 रूपए प्रिंट रेट 200 रुपए अधिक 1550 रूपए में बेच रहे हैं। मजे की बात यह है कि अगर किसान अधिक मूल्य का विरोध करें तो खाद देने से मना कर देते हैं। चुर्खी रोड पर संचालित मंसूरी खाद भंडार पर धडल्ले से 1350 रूपए प्रिंट की डी ए पी की खाद की बोरी खुलेआम 200 अधिक 1550 में बेच रहा है। जब खाद लेने पहुंचे किसान सतीश चन्द्र ने इसका विरोध किया तो दुकानदार बली मोहम्मद ने कहा कि उन्हें बेचने के लिए 1500 रुपये में मिल रही है। जब 1500 रुपये में मिलेगी तो मजबूरी में 1550 रुपये में बेचगें। नगर जहां कुछ दुकानदार डी ए पी की जगह एन पी के की बिक्री कर रहे हैं। वहीं कुछ दुकानदार मौके का फायदा उठाकर ओवररेट में खाद की बिक्री कर अधिक मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं। ओवररेट में खाद मिलने से किसानों रामकुमार अकोढ़ी दुबे, राजेश चन्द्र नैनपुरा, अनूप कुमार मकरंदपुरा, भुलई गुर्जर कैंथ ने नाराजगी जाहिर की तथा जिलाधिकारी से मांग की है कि ओवररेट पर हो रही खाद की बिक्री को बंद कराया जाये तथा ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाये।

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