राकेश कुमार
उरई(जालौन)।जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कल देर शाम विकास भवन के रानी लक्ष्मी बाई सभागार में अमृत सरोवर तालाबों की समीक्षा बैठक कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
अमृत सरोवर तालाब विकास खंड वार निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कम प्रगति पर समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी, साथ ही निर्देशित किया कि निर्धारित लक्ष्य को तेज गति से अमृत सरोवर तालाब के रूप में विकसित किया जाए, और जो तालाब बन गए हैं ऐसे सभी तालाबों में पानी भरा जाए। इन अमृत सरोवरों के किनारे आम, जामुन, नीम, पीपल, बरगद के छायादार पेड़ों के पौधे लगाए जाएं, तालाब की सीढ़ियां, इंटरलॉकिंग टाइल्स, बेंच का निर्माण भी करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के साथ कार्य कराया जाए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समीक्षा के दौरान विकासखंड डकोर का लक्ष्य 75 जसमे से सिर्फ 40 पूर्ण है इसी प्रकार जालौन लक्ष्य 40 पूर्ण 20, कदौरा लक्ष्य 33 पूर्ण 24, कौंच लक्ष्य 27 पूर्ण 18, कुठौंद लक्ष्य 25 पूर्ण 12, माधौगढ़ लक्ष्य 21 पूर्ण 12, महेवा लक्ष्य 28 पूर्ण 20, नदीगांव लक्ष्य 22 पूर्ण 18, रामपुरा लक्ष्य 27 पूर्ण 12 किये गए शेष निर्माणाधीन पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए तेज़ी से निर्माण पूर्ण करने के निर्देश दिए। शेष निर्माणधीन तालाबों तेज गति से कार्य कराया जाए, इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अमृत सरोवर के तहत बनाए गए अमृत सरोवर तालाबों की विकास खंड वार टीम गठित कर सत्यापन कराए जाने के निर्देश दिये गये जिस अधिकारी की शिथिलता होगी निश्चित ही कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र देव शर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी, डीएसटीओ नीरज कुमार सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।