नीतेश कुमार संवाददाता,
जालौन। हाईटेंशल लाइन से निकली चिंगारी के चलते खेत में खड़ी फसल में आग लग गई। आग लगने से करीब 35 बीघा खेत में खड़ी गेंहू की फसल जलकर राख हो गई। सूचना के बाद भी दमकल काफी देर बाद मौके पर पहुंची। जिससे किसानों में रोष है। वहीं, सूचना मिलने पर एसडीएम मौके पर पहुंचे और लेखपाल से नुकसान का जायजा लेकर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। ताकि किसानों को आर्थिक सहायता दिलाई जा सके।
औरैया मार्ग पर शोभन सरकार के पास खेतों से होकर बिजली की हाईटेंशन लाइन निकली हुई है। गुरूवार की सुबह करीब 10 बजे जर्जर बिजली के तारों से निकली चिंगारी से खेत में आग लग गई। आग ने मणिकांत शर्मा निवासी कुदरा के खेत को अपनी चपेट में ले लिया। गेंहू की फसल में लगी आग देखते ही देखते पूरे खेत में फैल गई। आग ने उनकी 32 बीघा खेत की फसल जलाकर राख कर दी। आसपास खेतों में काम कर रहे लोगों ने आग लगी देख दमकल और कुदरा कुदारी गांव के लोगों को सूचना दी। कुछ ही देर में ग्रामीणों और किसानों की भीड़ वहां जुट गई और वह आग को बुझाने का प्रयास करने लगे। इसके अलावा मणिकांत शर्मा के पड़ोसी किसान कुदारी निवासी छत्रपाल सिंह सेंगर के खेत को भी अपनी चपेट में ले लिया। उनकी भी लगभग तीन बीघा फसल आग में जलकर नष्ट हो गई। उधर, सूचना के बाद भी दमकल वाहन समय से नहीं पहुंच पाया। जिसके कारण किसानों को स्वयं ही आग बुझाने का प्रयास करना पड़ा और नुकसान भी अधिक हो गया। प्रत्यक्षदर्शी नितिन शर्मा ने बताया कि आग गुरूवार की सुबह लगभग 10 बजे लगी थी जिसकी सूचना कुछ ही देर में दमकल को दी गई थी। लेकिन दमकल वाहन करीब साढ़े 12 बजे मौके पर पहुंचा। जिसके चलते 35 बीघा फसल जलकर नष्ट हो गई। इसके अलावा खेतों में रखे बोरिंग के प्लास्टिक के पाइप व अन्य सामान भी जलकर राख हो गया है। आग लगने के कारण लगभग सात लाख रुपये का नुकसान हो गया है। खेतों में आग लगने की जानकारी होने पर एसडीएम अतुल कुमार, कोतवाली प्रभारी विमलेश कुमार भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने आग से हुए नुकसान का जायजा लिया साथ ही लेखपाल को निर्देश देकर कहा कि आग से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र ही उपलब्ध कराएं। ताकि पीड़ित किसानों को उनकी नष्ट हुई फसल के लिए शासन से आर्थिक सहायता दिलाई जा सके।