राजकीय मेडिकल कॉलेज में छात्र छात्राओं को ऑटिज्म के बारे में किया गया जागरूक।।

Apr 3, 2024 - 07:44
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राजकीय मेडिकल कॉलेज में छात्र छात्राओं को ऑटिज्म के बारे में किया गया जागरूक।।
नीतेश कुमार संवाददाता कुमकुम, उरई/जालौन। विश्व आटिज्म में दिवस के अवसर पर राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन में प्रधानाचार्य प्रोफेसर आरके मौर्य के अध्यक्षता में, प्रोफेसर जीएस चौधरी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भारतीय बाल रोग अकादमी के निर्देशन में, एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को ऑटिज्म के बारे में जागरूक करना था। इस गोष्ठी में प्रधानाचार्य ने बताया की आटिज्म के बच्चे सामान्य बच्चों से थोड़े अलग जरूर हो सकते हैं लेकिन हमें उनसे किसी तरह का भेदभाव ना करके बल्कि उन्हें अतिरिक्त सहायता प्रदान करना चाहिए, ताकि वह समाज की मुख्य धारा से जुड़े रहे। कार्यक्रम में प्रोफेसर जीएस चौधरी ने बताया कि भारतीय बाल रोग अकादमी जो की बच्चों के डॉक्टरों की विश्व की दूसरी सबसे बड़ी संस्था है बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आई ए पी की बात, कम्युनिटी के साथ, नामक कार्यक्रम शुरू कर रखा है यह कार्यक्रम लोगों को बच्चों की विभिन्न बीमारियों के बारे में जागरूक करेगा। कार्यक्रम में डॉक्टर छवि जायसवाल सह आचार्य एवं सचिव भारतीय बाल रोग अकादमी जालौन ने अपने बच्चों में आटिज्म में पता करने के तरीकों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मानसिक रोग विभाग के सहायक आचार्य डॉ प्रवीन कुमार ने आटिज्म के बच्चों के उपचार के बारे में विस्तार से चर्चा किया। कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्य डा आर एन कुशवाहा,चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रशान्त निरन्जन, डा जितेन्द्र मिश्रा, डा आलोक तिवारी,विभिन्न विभागों के चिकित्सा शिक्षक, एमबीबीएस के छात्र एवं बाल रोग विभाग के सीनियर एवं जूनियर रेजिडेंट उपस्थित रहे। भारतीय बल एवं अकादमी जिसे आई ए पी नाम से भी जाना जाता है जिसका का नेतृत्व 2023 में डॉ उपेंद्र किन्जेवाडकर जी, 2024 में डॉ जीबी बसवराजा जी, 2025 में डॉ बसंत खलात्कर जी कर रहे हैं। यह संस्था बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कई कार्यक्रम करती रहती है, लेकिन इस वर्ष आई ए पी की बात, कम्युनिटी के साथ, नाम से एक महा अभियान चला रखा है, जिसमें कम्युनिटी को, बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिससे देश के बच्चों के साथ-साथ, समाज का भी स्वास्थ्य अच्छा हो सके। इसी कड़ी में 2 अप्रैल को विश्व आटिज्म दिवस के अवसर पर हमारी यह संस्था, आटिज्म की बात, कम्युनिटी के साथ, नाम से कार्यक्रम शुरू कर रही है, जिसमें कम्युनिटी को विभिन्न मीडिया, कम्युनिटी लीडर, समाजसेवी एवं चिकित्सकों के माध्यम से आटिज्म में के बारे में जागरूक किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस घोषित किया है जिसका उद्देश्य लोगों को ऑटिज्म से पीड़ित लोगों की आवश्यकता को उजागर करना है। हर साल हम हम विश्व ऑटिज्म दिवस 2 अप्रैल को मना कर, न केवल लोगों को जागरुक करते हैं बल्कि ऑटिज्म में से पीड़ित लोगों को सपोर्ट भी करते हैं।

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