कानपुर में एक सिपाही ने गोदभराई की रस्म के बाद दहेज में कार की मांग कर दी। लड़की पक्ष ने दहेज में कार देने में असमर्थता जताई, तो सिपाही और परिवार ने शादी से इंकार कर दिया। लड़की पक्ष के लोग हाथ-पैर जोड़कर मनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन सिपाही और उसके परिवार ने शादी करने से मना कर दिया। लड़की पक्ष ने सिपाही और उसके परिवारिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
हनुमंत विहार थाना क्षेत्र में रहने वाले परिवार ने बेटी की शादी मंधना के पचोर गांव निवासी राज नारायन चौरसिया के बेटे सुधीर से तय की थी। सुधीर प्रयागराज के एक थाने में तैनात है। लड़की पक्ष ने पुलिस को बताया कि बीते 28 सितंबर 2022 को गोदभराई की रस्म हुई थी। गोदभराई की रस्म के बाद 18 फरवरी 2024 को तिलक और उसके 7 दिन बाद शादी की तारीख थी। लड़की पक्ष ने शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली थी।
उन्होंने बताया कि लड़के वाले पहले शादी की तारीख को आगे बढ़ाते रहे। इसके बाद बड़ी मुश्किल से शादी और तिलक की तारीख तय की, लेकिन कुछ दिनों बाद दहेज में कार की अतिरिक्त मांग कर दी। जब हमने दहेज में कार देने में असमर्थता जताई तो सुधीर और उसके परिवार ने शादी तोड़ दी। गोदभराई के बाद बेटी की शादी का रिश्ता तोड़ने से हमारी समाज में बदनामी हो रही है !
हनुमंत थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह के मुताबिक लड़की पक्ष की तहरीर आई थी। जिसमें वर पक्ष की तरफ से दहेज की अतिरिक्त मांग की गई थी, कन्या पक्ष की तरफ से दहेज देने में असमर्थता जताई गई थी, इसके बाद वर पक्ष ने शादी से इनकार कर दिया गया है। मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।