उत्तर प्रदेश के कानपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रविवार को नवनिर्वाचित द् लॉयर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी अपने अधिवक्ता साथी की पैरवी करने के लिए गाविंद नगर थाने पहुंचे थे। इसी दौरान थाना प्रभारी से झड़प हो गई। इससे भड़के थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के साथ मारपीट कर हवालात में डाल दिया। जब इसकी भनक अधिवक्ताओं को हुई, तो बवाल बढ़ गया। सैकड़ो अधिवक्ताओं ने थाने का घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी। बवाल की सूचना पर पहुंची एडीसीपी ने मामले को शांत कराया। इसके साथ ही थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। गाविंद नगर पुलिस को संदेह था कि पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के नेटवर्क में अधिवक्ता भी शामिल हैं। गोविंद नगर थाने की पुलिस ने बर्रा से आशीष सचान को को उठाया था। जिसकी पैरवी में द् लॉयर्स एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारी आशीष सचान की पैरवी में पहुंचे थे। आरोप है कि गोविंद नगर इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने पदाधिकारियों से अभद्रता शुरू कर दी। जिसका साथ में मौजूद अधिवक्ताओं ने विरोध किया। इससे नाराज इंस्पेक्टर ने 11 अधिवक्ताओं को हवालात में बंद कर दिया। वकीलों ने की सस्पेंड करने की मांग की है !
द् लॉयर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अभद्रता की जानकारी वकीलों को हुई, तो सैकड़ो की संख्या में अधिवक्ता गोविंद नगर थाने पहुंच गए। अधिवक्ता थाने परिसर में ही धरने पर बैठ गए। पुलिस विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। अधिवक्ताओं की मांग थी कि इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। इसके साथ ही विक्रम सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। हंगामे की सूचना पर पहुंची एडीसीपी अंकिता शर्मा ने मामले को शांत कराया। थाना प्रभारी किए गए लाइन हाजिर !
एडीसीपी अंकिता शर्मा ने बताया कि एक अभियुक्त को एफआईआर के संबंध में गोविंद नगर थाने लाया गया था। कुछ लोगों द्वारा उसे थाने से छुड़वाने का प्रयास किया गया। बाद में पता चला कि इसमें कुछ लोग अधिवक्ता थे। उनका आरोप है कि थाने में उनके साथ अभद्रता की गई है। इस प्रकरण में तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया गया है।
एडीसीपी ने बताया कि पुलिस भर्ती परीक्षा में एक चीटिंग का केस सामने आया था। इसमें अभियुक्त को पकड़कर थाने लाया गया था। सीसीटीवी में सामने आया है कि कुछ अभियुक्त की पैरवी में आए थे। जिनके साथ पुलिस की झड़प हो गई। इस मामले का विरोध अधिवक्ताओं की ओर से किया जा रहा है