नीतेश कुमार संवाददाता राकेश कुमार,,,,,,* उरई(जालौन)।शासन के निर्देश के क्रम में‘‘सड़क सुरक्षा पखबाड़ा’’ कार्यक्रम के अन्तर्गत माॅर्निंग स्टार पब्लिक स्कूल, झाँसी रोड उरई, में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के साथ-साथ मिशन शक्ति कार्यक्रम का भी आयोजन परिवहन विभाग, पुलिस, यातायात पुलिस एवम् माॅर्निंग स्टार पब्लिक स्कूल उरई के सहयोग से किया गया। उक्त कार्यक्रम में गुडसेमेरिटन पुरस्कार से पुरस्कृत समाजसेवी अब्दुल अलीम खान व डा0 ममता स्वर्णकार की अहम भूमिका रही।
रजनीश सिंह, प्राचार्य माॅर्निंग स्टार पब्लिक स्कूल द्वारा बच्चों को महिला सशक्तिकरण एवम् सड़क सुरक्षा की प्रस्तावना से अवगत कराया गया व सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नियमों की जानकारी देते हुए छात्र-छात्राओं को जागरुक किया गया।
महिला थानाध्यक्ष उमा सैनी द्वारा मिशन शक्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत उपस्थित सभी जनों को अपने ओजस्वी विचारधारा का परिचय देते हुए बालिकाओं को अपनी सुरक्षा हेतु प्रशासनिक सहायता के साथ-साथ स्वयं सावधान व सजग रहने की प्रेरणा देते हुए महिला सशक्तिकरण व नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वावलंबन व महिला सहायता हेल्पलाइन नम्बरों (यथा-102, 108, 112, 181, 1076, 1090, 1098) के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी व सड़क सुरक्षा के नियमों पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित सभी जनों को जागरुक किया गया।
वीर बहादुर सिंह, यातायात प्रभारी द्वारा उपस्थित सभी जनों को यातायात नियमों केउ बारें में जानकारी दी गयी तथा शहर के विभिन्न चैराहों पर लगी यातायात सांकेतिक बत्तियों के बारे में जानकारी देते हुए जागरुक किया गया।
कुमार अभिषेक, थानाध्यक्ष द्वारा बच्चों को सुरक्षा के साथ-साथ जागरुक रहने तथा जागरुकता फैलाने में अपना योगदान देने की बात कही व राजेन्द्र नगर चैकी प्रभारी शैलेन्द्र सिंह द्वारा सड़क सुरक्षा के नियमों पर अपने विचार प्रकट करते हुए बच्चों को जागरुक किया गया व सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित किया गया।
शारीरिक शिक्षका रेश्मा जी द्वारा बालिकाओं को अपनी सुरक्षा हेतु शारीरिक क्रियायें व गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया। माॅर्निंग स्टार पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं को अन्त में श्री राजेश कुमार, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन-।) द्वारा बच्चों को सड़क पर सावधानी से चलने व वाहन चलाते समय हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग करने, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करने, सड़क पर लगे यातायात सांकेतिक चिन्हों का पालन करने, वाहन को तीव्र गति से न चलाने, वाहन चलाते समय स्टंटबाजी न करने, 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के उपरान्त, आवश्यक चालक लाइसेंस प्राप्त करने के बाद ही छात्र-छात्रायें को दो पहिया/चार पहिया वाहन का संचालन करने हेतु प्रेरित करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रशासन के अधिकारी/कर्मचारियों, विद्यालय के शिक्षक, कर्मचारीगणों के साथ-साथ उपस्थित छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलवाई गयी।