*राकेश कुमार, स्नेहलता रायपुरिया*
रामपुरा (जालौन) l जैसा की हम जानते हैं जालौन की माता जिन्हे जयंती देवी माता के नाम से जाना जाता है, जालौन जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है l और मुख्य महंत जी के अनुसार इस मंदिर पर नौ देवी एक साथ विराजमान है वैसे तो वर्ष भर यहां भक्तों को आना जाना लगा रहता है, परंतु नवरात्रि में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ की भीड देखने को मिलती है l महंत (मुख्य पुजारी) सर्वेश कुमार द्विवेदी एवं पुजारी अनिल कुमार चतुवेर्दी ने बताया कि- भक्तों की हर साल भीड को देखते हुए सप्तमी से ही चौबीस घंटे माता के पट खोल दिये गये थे, आज अष्टमी के दिन (जयंती देवी) जालौन के माता पर हजारो की संख्या में श्रद्धालुओ की भीड़ मां जालौन देवी के दर्शन के लिए होने लगती है एवं सुबह से ही जवारे विसर्जन के लिए श्रद्धालुओ का ताता लग जाता है बड़ी संख्या में भक्त आ-आकर माता का विधि विधान से पूजा-अर्चना कर, माँ भगवती का आशीर्वाद प्राप्त करके उनका भोग ग्रहण करते हैं एवं अपनी गलतियों के लिए माता से क्षमा याचना करते हैं l प्रतिदिन की तरह आज भी मुख्य महंत सर्वेश कुमार द्विवेदी द्वारा नियम अनुसार मां जालौन देवी (जयंती देवी) की भांति मंगला आरती की जाती हैं l महंत सर्वेश कुमार द्विवेदी एवं महंत अनिल कुमार चतुर्वेदी ने बताया है कि-जालौन देवी मंदिर की व्यवस्था एवं तैयारी में ग्राम प्रधान श्यामसिंह पाल जालौन,खुर्द जरहाला जालौन की माता पर व्यवस्था दिशा-अनुसार चला संचालन में पूर्व प्रधान लक्ष्मण स्वरूप चतुर्वेदी ने अपना विशेष योगदान दिया है एवं उनके द्वारा श्रद्धालुओं को जगह-जगह पानी की व्यवस्था करायी गयी l जालौन देवी कमेटी अपना का विशेष योगदान देता है जिससे दूर दूर से आय श्रद्धालुओं किसी भी प्रकार की परेशानी न उठानी ना हो वहीं प्रशासन भी श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की हानि न पहुंचे कोई अप्रियघटना घटित ना हो उसमें प्रशासन ने अपने पुख्ता इंतजाम किए थे l आज अष्टमी और नवमी के दिन माता के दर्शन के लिये कुठौंद महिला मोर्चा अध्यक्ष पूजा शुक्ला भी पहुंची l जहाँ पहुचकर उन्होने मां जालौन देवी पर माथा टेक, अपना योगदान दिया l