'' नीतेश कुमार संवाददाता राकेश कुमार,,,,,,,,
उरई (जालौन) !
आज ‘‘हिन्दी सप्ताह के समापन‘‘ के उपलक्ष्य में जिला दीवानी न्यायालय सभागार में संगोष्ठी का आयोजन माननीय जनपद न्यायाधीश श्री अचल सचदेव की अध्यक्षता में किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने ’‘भारतीय न्याय व्यवस्था में हिन्दी का भविष्य’ विषय पर सारगर्भित विचार व्यक्त किये और कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए सचिव/अपर जिला जज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री राजीव सरन द्वारा बताया गया कि माननीय जनपद न्यायाधीश द्वारा हिन्दी की वैज्ञानिकता की प्रामाणिकता के विषय में बताया गया तथा यह भी बताया गया कि हिन्दी का शब्दकोष अत्यधिक समृद्ध है तथा हर प्रकार की शिक्षा हिन्दी में प्रदान की जा सकती है। चाहे वह कम्प्यूटर हो या विज्ञान। माननीय विशेष न्यायाधीश (एस0सी0/ एस0टी0 एक्ट) श्री प्रमोद कुमार गुप्ता द्वारा हिन्दी को जीविका का साधन बनने में सहयोगी बनाने पर भी बल देने का कथन किया गया एवं बताया कि न्यायिक प्रक्रिया में हिन्दी का प्रयोग नित्य-प्रति बढ़ रहा है, किन्तु अभी भी अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी को वह पहचान नहीं मिली है, जो मिलनी चाहिये। उन्होंने कहा कि अब माननीय उच्च न्यायालयों में भी हिन्दी का प्रयोग बढ़ रहा है। उनके द्वारा हिन्दी को राजभाषा से आगे ले जाने तथा उसका व्यापक प्रयोग किये जाने पर बल दिया तथा उसे स्वाभिमान की भाषा बताया ।
न्यायालय कर्मी श्री अश्वनी कुमार मिश्रा द्वारा हिन्दी के व्याकरण को सुधारने तथा इसे बोलचाल और दैनिक जीवन में प्रयुक्त करने की अपील की । यह संवाद की उत्तम और सरल भाषा है।
इस संगोष्ठी का संचालन सिविल जज सी0डि0 श्री अर्पित सिंह व प्रशिक्षणरत न्यायिक अधिकारी श्री विनय चाहर द्वारा किया गया।
हिन्दी दिवस समारोह में वरिष्ठ अधिवक्ता श्री यज्ञदत्त त्रिपाठी, श्री रमाकान्त द्विवेदी ने भी न्यायालय में हिन्दी के प्रयोग एवं भविश्य पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये । कार्यक्रम के अन्त में संगोष्ठी आयोजन समिति के अध्यक्ष तथा अपर जनपद न्यायाधीश श्री भारतेन्द्र सिंह द्वारा माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय तथा अन्य सभी का आभार व्यक्त करते हुये धन्यवाद ज्ञापित किया गया एवं निबन्ध प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश (ई0सी0 एक्ट) श्रीमती पारुल पनवार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक खरे, सिविल जज सी00डि0/एफ0टी0सी0 श्रीमती अनुकृति संन्त, सिविल जज जू0डि0 उरई श्रीमती प्रियंका सरन, सिविल जज जू0डि0 जालौन श्री जावेद खां और विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम उरई श्री चन्द्रभान सिंह एवं विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय उरई श्री राजा सिंहं सहित वरिष्ठ अधिवक्तागण और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।