महिला के साथ हुई लूट, शिकायत लेकर महिला थाने में गई तो दरोगा ने शिकायत सुनने की वजह ₹100 देकर महिला को थाने से किया चलता ।।
नीतेश कुमार संपादक सतेंद्र सिंह राजावत , कोंच/जालौन। भदारी गांव से कोंच आ रही एक महिला को बाइक सवार दो बदमाशों ने जबरन बाइक पर बिठा लिया और कोंच कस्बे के उरई रोड स्थित मलंगा पुल पर महिला से दस हजार रुपए लूट लिए | पीड़ित महिला शिकायत के लिए कोतवाली पहुंची लेकिन पुलिस ने पीड़ित की फरियाद सुनने के बजाय महिला को चलता कर दिया। जिसपर महिला के द्वारा पुलिस कप्तान को फोन पर सूचना दी, कप्तान के फोन के बाद कोतवाली पुलिस जागी और पीड़ित महिला के साथ घटना स्थल का मुयायना किया, जानकारी पर सीओ और एसओजी ने भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोंच कोतवाली क्षेत्र के भदारी गांव की रहने बाली किरन देवी पत्नी रामलाल अहिरवार सुबह तकरीबन 12 बजे गांव से कोंच आने के लिए बस का इंतजार कर रही थी तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने महिला को बाइक पर बैठा लिया और कोंच में रॉयल गार्डन विवाह घर के सामने मलंगा नाले पर आकर बाइक रोक दी और महिला को जान से मारने कि धमकी दे महिला के पर्स से दस हजार रुपए लूट लिए और भाग गए | लूट की शिकार पीड़ित महिला फरियाद लेकर कोतवाली पहुंची तो पंचायतों में व्यस्त कोतवाली पुलिस ने महिला की फरियाद सुनने के बजाय उसे चलता कर दिया जिसपर महिला ने फोन के माध्यम से पुलिस कप्तान को अपनी पीड़ा बतलाई, कप्तान ने मामले का संज्ञान ले कोतवाली पुलिस को निर्देश दिए तब जाकर कोतवाली पुलिस हरकत में आई और पीड़ित महिला से संपर्क कर उसके साथ घटना स्थल का मुयायना किया | सीओ उमेश पांडे और एसओजी प्रभारी ने भी भदारी से लेकर घटना स्थल का मुयायना कर जांच शुरू कर दी | रॉयल गार्डन में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी पुलिस ने खंगाला और लुटेरों की तस्दीक करने में जुटी हुई है | लेकिन आश्चर्यजनक है की कोतवाली पुलिस कितनी संवेदनशील है की लूट जैसे मामले में भी अनदेखी करती है वही उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद भी कोतवाली पुलिस लूट को टप्पेबाजी की घटना करार दे रही है फिलवक्त सीओ उमेश पांडे ने कोतवाली में पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया की महिला के साथ लूट नही टप्पेबाजी हुई है और अभियोग दर्ज किया जा रहा है। लूट की शिकार महिला जब कोतवाली फरियाद लेकर पहुंची तो कोतवाली में मौजूद एक दरोगा जी ने पीड़ित की शिकायत सुनने के बजाय उसे सौ रुपए का नोट देकर चलता कर दिया जिसे पीड़िता ने पत्रकारों को दिखा पुलिस की कार्यशैली की निंदा की लेकिन कोतवाली पुलिस है की गलती सुधारने के बजाय पीड़ित की तहरीर बदलवाने में जुटी थी और काफी हद तक कामयाब भी हो गई | पुलिस ने लूट के मामले को टप्पेबाजी में तब्दील कर सफलता तो हासिल कर ली लेकिन टप्पेबाजी की घटनाओं का खुलासा करना भी कोतवाली पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है क्यों की बीते दिनों काली मंदिर से महिला के गले से जंजीर लूट की घटना को भी पुलिस ने टप्पेबाजी बता कर मामले को लीप दिया था लेकिन खुलासा उसका भी नही हो सका अबतक
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