नीतेश कुमार संवाददाता राकेश कुमार,
उरई (जालौन)।उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार जहां एक ओर अस्पताल आने वाले गरीब मरीजों को सुविधाएं प्रदान किये जाने के लिए करोड़ों रुपये के बजट के अलावा मरीजों की हर की जांच के लिये अत्याधुनिक मशीनें भी उपलब्ध करवा रखी है जिससे अस्पताल आने गरीब मरीजों का उपचार निशुल्क हो सके। इसके बाद भी जिला चिकित्सालय उरई अल्ट्रासाउंड कक्ष गेट पर मरीजों का पर्चा जमा करने वाला दबंग कर्मी ने टोकिन प्रणाली लागू कर दी है। जिसके एवंज में गरीब मरीज से अवैध वसूली करने का मामला चर्चाओं में सुनाई देने लगा है। सूत्रों की अगर मानें तो जो दूर-दराज का मरीज अपना अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए आता है उससे गेट पर खड़े कर्मी द्वारा यह कहकर वापस कर दिया जाता है कि आज की टोकिन ब्यवस्था समाप्त हो गयी है इस लिए अल्ट्रासाउंड नहीं हो सकता है।जिसकी बजह से मरीज को निराश होकर घर ओर वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बताते चले कि अगर शहरी क्षेत्र का मरीज अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए आता है तो उसका रिक्शा भाड़े में 50 रुपये खर्च हो जाता है अगर कोई मरीज दूर-दराज क्षेत्र से अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए जिला अस्पताल आता है तो उसका 100 से लेकर 200 तक किराए भाड़े में खर्च हो जाता है इसके बाद भी उसका अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाता है।जिला अस्पताल के अल्ट्रासाउंड कक्ष चल रही खाऊ-कमाऊ ब्यवस्था से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी अस्पताल के जिम्मेदार मरीजों की इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे है साथ ही सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का काम करते हुए दिखाई दे रहे है।