क्या बिना जांच किए पुलिस ने किया था छेड़खानी का मुकदमा दर्ज सामाजिक शर्मिंदगी के कारण गवानी पड़ी 58 साल के व्यक्ति को अपनी जान
राकेश कुमार संपादक सत्येंद्र सिंह राजावत उरई - जालौन । मामला उरई कोतवाली क्षेत्र ग्राम गढर का है। जहां पर रहने वाले 58 वर्षीय युवक राजाराम प्रजापति पर एक युवती ने छेड़खानी का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की थी । कि वह अपने बाडे में उपले पाथने गई थी , इसी दौरान राजाराम ने उसे गलत नीयत से पकड़ लिया , और रेप करने की कोशिश की । जिसपर पुलिस ने तुरंत ही छेड़खानी का आरोप लगाते हुए मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। उधर मुकदमा दर्ज होने की जानकारी के बाद गिरफ्तारी के डर से शनिवार की रात अपने घर के एक कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जब सुबह परिवार जनों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो सबके होश उड़ गए । और चीक पुकार मच गई। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची , और फंदे को काटकर मृतक को नीचे उतारा । इस घटना के बाद राजा राम के नाती दीपक कुमार ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि उसके दादा पर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कराया गया , और युवती के घर के लोगों ने उसके घर में घुसकर उसके दादा की पिटाई की , जिससे आहत होकर उसके दादा ने आत्महत्या कर ली । वहीं पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में नाम दर्ज राजाराम के नाती की तहरीर पर गांव के ही राम प्रकाश पाल, उसके पुत्र भीमपाल ,अर्जुन पाल नकुल , बृजमोहन व हरिमोहन के विरुद्ध राजाराम को आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। मृतक के नाती ने बताया कि सामाजिक बदनामी की वजह से उसके बाबा खुदकुशी पर विवश हो गए । जालौन के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ईरज राजा ने बताया , कि मामले की जांच की जा रही है। छेड़खानी के मामले में नाम दर्ज की आत्महत्या के बाद दूसरे पक्ष पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के तथ्यों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी । ये खबर अखबारों में छपने के बाद सोसलमीडिया पर वायरल हो रही जिसके बाद परिजनों ने मामलों में चुप्पी साध ली है ।
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