रूदौली(अयोध्या)। एक साल पहले शासन ने जिले में सात नई नगर पंचायतों का गठन किया था। उनमें से एक मां कामाख्या धाम नगर पंचायत भी है। ग्रामीण परिवेश में जीने वाले जब नगरीय निकाय का हिस्सा बने थे तब खुश थे लेकिन विकास से खुद को कोसों दूर पाकर निराश नजर आ रहे हैं। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। सड़कों की दशा तो दयनीय है ही जल निकासी के लिए नालियों का ऐसा अकाल है कि लोग सड़कों पर पानी न फैले अपने घरों के सामने गड्ढे खोद कर उसमें पानी गिरा रहे हैं। मां कामाख्या धाम नगर पंचायत की आबादी लगभग 20 हजार है। यहां पर 15 वार्ड बनाए गए हैं। बोर्ड का गठन हो चुका है। विकास की रफ्तार कहीं नजर नहीं आ रही है। सबसे बड़ी समस्या सड़क,शुद्ध पेयजल की है। सड़कों की हालत ऐसी है कि जगह-जगह टूट कर जर्जर हो चुकी है। जलभराव होने से राहगीरों को दिक्कत आ रही है। जल निकासी बड़ी समस्या है। ग्राम पंचायत रहते जो नालियां बनी थी वही आज भी जीर्णशीर्ण अवस्था में मौजूद हैं। जलनिकासी का प्रबंध न होने से वार्डों में रहने वाले परेशान हैं।ऐसा ही मामला मां कामाख्या धाम नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 8 संतभीखादास विकास के दावों की पोल खोल रही,सड़कों की हालत खुद बयां कर रही विकास की गंगा किस तरह बह रही है।आर्यावर्त ग्रामीण बैंक से गणेश पुर सैदपुर मार्ग को जोड़ने वाली सड़क ही हालात बद से बतर हो गई है।वार्ड के सभासद तबरेज ने बताया कि उक्त मार्ग का प्रस्ताव भेजा गया है मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।