अनुराग श्रीवास्तव पत्रकार जालौन । वैसे तो कोई बगैर पैसा के काम नहीं करना चाहता है। किन्तु तहसीलदार कार्यालय में सरकारी पटल पर कई युवक हैं जो सरकारी पटलों पर सरकारी काम देख रहे हैं। डाक रिसीव के साथ सरकारी अभिलेखों में रिपोर्ट लगाने का काम भी कर रहे हैं।बगैर मजदूरी के काम कर रहे ये युवक हर काम के लिए जनता से शुल्क मांगते हैं तथा पैसा न देने पर व्यवधान पैदा करते हैं तथा काम रोक देते हैं।
अगर आपका कोई आवश्यक कागजात खो जाये या कोई गोपनीयता भंग हो जाये तो कोई हैरानी की बात नहीं है। तहसील में लगे प्राइवेट कर्मचारी ये कारनामे कर रहे हैं। तहसील में लगे प्राइवेट कर्मचारी कार्यालय के मुख्य पटलों पर काम कर रहे हैं। सरकारी पटलों पर लगे प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा तहसील में आने वाले फरियादियों से हर काम का निर्धारित शुल्क वसूल किया जा रहा है। प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा की जा रही है अवैध वसूली से लोग परेशान हैं पैसा भी लग रहा है तथा काम भी प्रभावित हो रहा है। तहसीलदार कार्यालय परिसर में काम कर रहे आधा दर्जन प्राइवेट कर्मचारियों की कार्य प्रणाली से सरकारी कार्यलय की छवि धूमिल हो रही है तथा भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।तहसील परिसर में महेंद्र, राजेन्द्र, रवि, केशव, प्रहलाद, रघुवीर, शर्मा , प्राइवेट कर्मचारियों की लूट खसोट के कारण कारण सरकारी की भ्रष्टाचार विरोधी मंशा धूमिल हो रही। अपर जिला अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर समस्त तहसीलदार व उपजिलाधिकारी को लिखित आदेश जारी किये गये हैं कि तहसील में कोई भी बाहरी व्यक्ति काम न करें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।