*स्नेहलता रायपुरिया*
उरई(जालौन)। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान का राजकीय मेडिकल कालेज उरई में हरी झण्डी दिखाकर कार्यकम का शुभारम्भ किया। विशेष संचारी रोग नियंत्रण 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तथा दस्तक अभियान दिनांक 11 से 31 अक्टूबर 2024 तक जनपद जालौन में चलाया जायेगा।
जिलाधिकारी ने समस्त सहयोगी विभागों को शासनादेश में दिये गये कार्य निर्धारण / उत्तरदायित्वों / बैठक / प्रशिक्षण को निर्धारित समय सीमा के अनुसार पूर्ण कराने एवं माइक्रोप्लान के अनुसार समस्त गतिविधियां शत प्रतिशत सम्पन्न कराने हेतु निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारी, कर्मचारियों व नागरिकों को स्वच्छता की शपथ दिलायी गयी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि अभियान की समस्त गतिविधियों हेतु विभिन्न विभागों से समन्वय हेतु नोडल विभाग का कार्य कराएं एवं सभी विभागों की गतिविधियों को सम्पन्न कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि नालियों की साफ-सफाई कचरा निस्तारण, लार्वीसाइड का छिड़काव फॉगिंग, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम निगरानी समितियों के माध्यम से दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों के विषय में निरंतर जागरूकता हेतु बैठकें की जायें। अभियान के दौरान प्रभात फेरियां, जन जागरूकता हेतु बैठकें, नालियों की साफ-सफाई, लार्वारोधी दवा का छिड़काव, झाड़ियों की कटाई. ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ेदानों की स्थापना करना। शौचालयों का निर्माण, खुले में शौच न जाने के लिये जनसमुदाय को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के पशु बाड़ों की स्वच्छता एवं सभी पशुबाड़ों को आबादी से दूर एवं साफ सफाई के प्रति जागरूक करना तथा समय समय पर सूकर बाड़ों में दवा का छिड़काव कराना। ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा अपने क्षेत्र के समस्त कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों की सूची बनाकर उनको उचित पोषाहार उपलब्ध कराना। ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों को आशाओं के साथ दस्तक अभियान के दौरान गृह-भ्रमण करना, कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण कर पुनर्वास केन्द्र हेतु संदर्भित करना। स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता रैलियों निकालना, पोस्टर प्रतियोगिता एवं निबन्ध लेखन, व्हाटसप एप ग्रुप द्वारा छात्र-छात्राओं को दिमागी बुखार एवं वेक्टर जनित रोगों से बचाव, रोकथाम एवं उपचार हेतु जागरूक करना। अध्यापकों द्वारा अभिभावकों को इस बात के लिये प्रेरित किया जाये कि यूनिफॉर्म हेतु उपलब्ध कराई गई धनराशि से पूरी बाजू की कमीज तथा फुल लेंथ की पैन्ट ही यूनीफार्म के रूप में छात्रों को उपलब्ध कराई जाये।ए०ई०एस०/ जे०ई० रोग से दिव्यांग हुये बच्चों का सर्वे जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी द्वारा कराया जाना एवं ए०ई०एस०/ जे०ई० रोग से दिव्यांग हुये बच्चों को आवश्यक सहायक उपकरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।मच्छर रोधी पोधों का लगाया जाना, विभागीय पौधशाला से पौधे तथा बीज उपलब्ध कराना (नवीन फसलें तथा मच्छर रोधी पौधे) खेतों में कृंतक नियंत्रण के प्रभावी एवं सुरक्षित उपाय बताना। स्क्रब टाइफस / लेप्टोस्पाइरोसिस रोग की रोकथाम करना। ग्रामीण आबादी क्षेत्रों के निकट नहरों में जल क्षरणकी मरम्मत करना, ताकि मच्छर के प्रजनन के स्थान कम से कम रहें। क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची जहाँ घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया है इस हेतु आशा/आँगनवाड़ी द्वारा सोर्स रिडक्शन का कार्य किया जाये।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में डायबिटीज, हाइपरटेंशन कॉनिक आब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीजेज तथा कैंसर जैसे नॉन कम्युनिकेबल रोगों के बढ़ते हुयें प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुये माह अक्टूबर 2024 के दस्तक अभियान में आशा कार्यकत्री प्रतिदिन 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पांच पात्र व्यक्तियों का नॉन कम्युनिकेबल डिजीजेज की स्क्रीनिंग हेतु सीबैक फॉर्म पूर्ण कर इन व्यक्तियों की स्क्रीनिंग स्थानीय सी०एच०ओ० अथवा ए०एन०एम० के माध्यम से कराया जाना सुनिश्चित करेंगी।
उन्होंने विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के बारे में समस्त सम्बंधित विभागों के कार्य निर्धारण/उत्तदायित्त्वों को निर्वहन करने हेतु निर्देशित किया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद देव शर्मा, प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कालेज अरविंद त्रिवेदी, सीएमएस मेडिकल प्रशांत निरंजन, सीएमएस पुरुष व महिला, आदि सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।