तीन गांव के लोगों का जीवन रक्षक बन सकता है विलौंहा महटौली संपर्क मार्ग

Sep 29, 2024 - 18:47
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तीन गांव के लोगों का जीवन रक्षक बन सकता है विलौंहा महटौली संपर्क मार्ग
*नीतेश कुमार संवाददाता राकेश कुमार,,,,, रामपुरा। जालौन । प्रतिवर्ष नदियों में आने वाली बाढ़ के पानी से घिरकर आपदा में आ जाने वाले तीन गांव के लिए महटौली बिलौहां संपर्क मार्ग जीवन रक्षा में सहायक हो सकता है । माधौगढ़ तहसील अंतर्गत विकासखंड रामपुरा के पंचनद क्षेत्र में बर्षा काल में पांच नदियों का जल स्तर बढ़ने पर अनेक गांव चारों ओर पानी से घिर जाने के कारण संकटग्रस्त हो जाते हैं जिसमें ग्राम पुरा,महटौली एवं बेरा यह तीन गांव यमुना तट पर होने के कारण चारों ओर पानी से घिर जाते हैं । वर्ष 2019 से 2024 तक चार बार आई बाढ़ में उक्त तीन गांव के लोगों को अपने सिर पर जल प्रलय का संकट मंडराता दिखते ही अपने पालतू पशुओं के गले की रस्सी खोल उन्हे अन्ना छोड़कर अपने घर में जमा पूंजी रुपया जेवर इत्यादि साथ में लेकर बेतहाशा भागने को मजबूर होना पड़ा है , लेकिन विडम्बना यह कि चारों ओर पानी ही पानी भरा होने पर किधर से जाएं कहां जाएं की अनिश्चित एवं अनियंत्रित स्थिति में जंगल के रास्ते ऊंचे टीलों के सहारे यह ग्रामीण सात किमी दूर बिलौहां गांव तक पहुंचने का प्रयास करते हैं लेकिन यह रास्ता भी इतना सहज नही होता है क्योंकि वर्षा ऋतु में चिकनी मिट्टी के टीलों पर चढ़ना और फिसल कर गिरने से जख्मी होने अथवा गिरकर पानी जाकर डूबकर असमय मृत्यु या बडी घटना का कारण बन सकता है । वर्ष 2021 में जब अपनी चार सहायक नदियों के साथ यमुना ने प्रचंड रूप धारण किया उस समय विकासखंड रामपुरा के ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह सेंगर अपने पैतृक गांव बेरा में ही थे। वह स्वयं सपरिवार इस आपदा से रूबरू हुए व बमुश्किल अपना गांव छोड़कर कठिनाइयों से जूझते हुए 7 किलोमीटर पैदल चलकर ग्राम बिलौहां में जाकर शरण लिए । इस घटना के बाद ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह सेंगर ने ग्राम महटौली से ग्राम बिलौहां तक सात किलोमीटर लंबा कच्चे संपर्क मार्ग का निर्माण करवाया लेकिन यह कच्ची सड़क आशा के अनुरूप सुविधाजनक नहीं हो सकी क्योंकि यहां की मिट्टी चिकनी होने से थोड़ी सी ही नमी में फूल जाती है और यह पैरों एवं वाहन के पहियों में गोंद की तरह चिपक कर पथ अवरोधक बन जाती है । बाढ़ के समय वर्षा होना स्वाभाविक है अतः बाढ़ आपदा काल में सात किलोमीटर का यह रास्ता उपयोगी होते हुए भी अनुपयोगी हो जाता है । ग्राम महटौली निवासी कृष्णअवतार मंगी राजपूत ,अवनीश ,भारत सिंह, कैलाश लाइनमैन ,दारा सिंह, रामवीर ,राजबहादुर सिंह, मुकेश, गोविंददास ,ईश्वरसिंह, उपेंद्र सिंह ,छोटेलाल ,रामौतार राजपूत आदि लोगों ने समवेत स्वर में जिला प्रशासन एवं क्षेत्रीय विधायक से मांग की है कि यदि ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह सेंगर द्वारा बनाए गए कच्चे मार्ग पर लोक निर्माण विभाग द्वारा डामर की पक्की सड़क का निर्माण हो जाए तो यह तीन गांव पुरा ,महटौली, एवं बेरा के ग्रामीणों के जीवन रक्षा का मार्ग खुल जाएगा।

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