नीतेश कुमार संवाददाता राकेश कुमार,,,,,
उरई, जालौन।पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के निर्देशन में और अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन तथा पुलिस उपमहानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र के नेतृत्व में, पुलिस अधीक्षक जालौन डॉ दुर्गेश कुमार की देखरेख में एक सफल ऑपरेशन चलाया गया। इस ऑपरेशन में एसओजी/सर्विलांस और कोतवाली उरई पुलिस की संयुक्त टीम ने वाहन चोरी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस गिरोह के 06 अभियुक्तों को 14 चोरी की मोटरसाइकिलों के साथ गिरफ्तार किया गया है।
एसओजी सर्विलांस सेल और कोतवाली उरई पुलिस की संयुक्त टीम ने थाना क्षेत्र में अपराध की रोकथाम, संदिग्ध व्यक्तियों की चैकिंग, लुटेरों और वाहन चोरों की पतारसी के लिए नियमित अभियान चला रखा था। इस दौरान, मुखबिर की सूचना पर इगलासपुरा तिराहे के पास से 06 शातिर अभियुक्तों को दो चोरी की मोटरसाइकिलों के साथ पकड़ा गया। गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर, फेज 2 फैक्ट्री एरिया, राहिया में एक बंद पानी की टंकी के पास झाड़ियों के बीच से 12 और चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गईं। इनमें से 04 मोटरसाइकिलें अधकटी हुई थीं।
गिरफ्तार अभियुक्तों की गिरफ्तारी और वाहन चोरी की घटनाओं की जानकारी के अनुसार, 05 मोटरसाइकिलें पूर्व में कोतवाली उरई में दर्ज अभियोगों से संबंधित हैं। अन्य मोटरसाइकिलों की जांच और उनके बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है। अभियुक्तों के खिलाफ थाना कोतवाली उरई में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की गई है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विवरण
1. संदीप उर्फ पवन पुत्र बनवारी अहिरवार, ग्राम पाली, थाना कदौरा, मोहल्ला उमरारखेडा, थाना कोतवाली उरई, उम्र 27 वर्ष।
2. अनिकेत पुत्र विनय पांचाल, ग्राम सोमई, थाना एट, जनपद जालौन, उम्र 19 वर्ष।
3. अंशुल पुत्र राजेश कुमार अहिरवार, ग्राम सोमई, थाना एट, जनपद जालौन, उम्र 20 वर्ष।
4. कृष्ण कुमार पांचाल पुत्र सत्यनारायण पांचाल, ग्राम वोहदपुरा, थाना कोतवाली उरई, जनपद जालौन, उम्र 20 वर्ष।
5. धर्मेंद्र पुत्र स्व. मूलचंद्र, मोहल्ला रामनगर, थाना कोतवाली उरई, जनपद जालौन, उम्र 27 वर्ष।
6. सुमित पुत्र स्व. श्री हरलाल वर्मा, विद्या मंदिर के पीछे, मोहल्ला शांति नगर, थाना कोतवाली उरई, जनपद जालौन, उम्र 23 वर्ष।
कुल 14 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं, जिनमें से 04 मोटरसाइकिलें अधकटी हुई हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों में अनिकेत, अंशुल, कृष्ण कुमार, धर्मेंद्र और सुमित का पूर्व में अपराधिक इतिहास है।
अभियुक्तों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे मिलकर मोटरसाइकिलों की चोरी कर बेचने का कार्य करते हैं। चोरी की मोटरसाइकिलों की नंबर प्लेट बदलकर या चेसिस नंबर को परिवर्तित कर दूसरी जगह बेच दिया जाता है। जो मोटरसाइकिलें बिक नहीं पातीं, उन्हें काटकर उनके पार्ट्स कबाड़ियों को बेच दिए जाते हैं। अभियुक्तों द्वारा अर्जित धन आपस में बांटकर शौक पूरे किए जाते हैं।
इस कार्यवाही ने जिले में वाहन चोरी की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और पुलिस की तत्परता और समर्पण को उजागर किया है।