सम्पादक-सतेन्द्र सिंह राजावत,
उरई l जालौन । भारतीय बाल रोग अकादमी की जालौन शाखा एवं मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में बाल रोग विभाग में गुरुवार कों विश्व थैलेसीमिया जागरूकता दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य डॉ राजेश मौर्य थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ जी एस चौधरी ने किया। कार्यक्रम में छात्रों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर, लोगों को थैलेसीमिया के प्रति जागरूक किया।
प्रधानाचार्य डा आर के मौर्य ने बताया की थैलेसीमिया से बचने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा और सबसे प्रभावी उपाय हैं हमें इसे जन-जन तक पहुंचने में मदद करनी चाहिए। छात्रों द्वारा ओपीडी ब्लॉक में ऐसी प्रतियोगिता आयोजित कर लोगों को जागरूक करना एक सराहनीय कदम है। कार्यक्रम में भारतीय बाल रोग अकादमी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रवक्ता डॉ जी एस चौधरी ने लोगों को बताया कि थैलेसीमिया लाल रक्त कणिकाओं का, एक जेनेटिक बीमारी है। आज के आधुनिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से इसे न केवल पूरी तरह ठीक किया जा सकता है बल्कि इसे होने से रोका भी जा सकता है। भारतीय बाल रोग अकादमी शाखा की सचिव डॉ छवि जायसवाल ने बताया की सभी लोगों को थैलेसीमिया की स्क्रीनिंग करनी चाहिए जो इससे बचने में विशेष मदद करता है।
इस कार्यक्रम में राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन के चिकित्सा शिक्षक, चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रशांत निरंजन, आई ए पी जालौन के सदस्य गण एवं बाल रोग विभाग के चिकित्सा शिक्षक डॉ दीपक सिंह डॉ आलोक तिवारी, डॉ दिव्या पिपरिया, सीनियर एवं जूनियर रेजिडेंट, स्टाफ मेंबर्स एवं एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए - रिपोर्ट राकेश कुमार.........