'राकेश कुमार', जालौन/उरई l जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने गर्मी का मौसम और गेहूं कटनी का समय आते ही आग की घटना को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्ट्रेट सभागार में वर्चुअल बैठक कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी न किसी तरह की लापरवाही से होने वाली घटना को रोकने के लिए अग्निशमन विभाग को दिशा-निर्देश दिए कि फायर ब्रिगेड गाड़ी में पानी भरी रहें, जिससे आवस्यकता पड़ने पर त्वरित सम्बंधित स्थान पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि खेत में फसल के लिए अग्नि सुरक्षा पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जनपद में विभिन्न विभागों एवं नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों में 56 पानी के टैंकर है उनका उपयोग भी किया जाये तथा सभी टैंकरों में पानी भर कर खड़ा रखे, जिससे आवस्यकता पड़ने पर उनका यूज किया जा सके। उन्होंने विधुत विभाग को निर्देशित किया कि खेतों से गुजरने वाले बिजली के तार के किसी भी जोड़ को ढ़ीला या खुला नहीं छोड़ें। जर्जर तारों को बदलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, जर्जर तारों से किसी भी प्रकार की घटनाएं न होने पाए यह सुनिश्चित रहे। दिन में तेज हवा/अंधड़ चलने की स्थिति में दिन में १० से ४ बजे तक खेतों से गुजरने वाले विद्युत पोलों से बिजली ना चले ।ज़िलाधिकारी ने बिजली विभाग के उदासीन कार्मिको को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्यवाही के भी निर्देश दिये ।उन्होंने जनपद वासियों से भी अपील की है कि खेत के आस-पास बीड़ी-सिगरेट आदि नहीं पीएं तथा ना ही किसी को पीने दें। खेत के आस-पास पराली ना जलाये और ना ही किसी को ऐसा करने दें। कटनी के बाद खेत में छोड़े डंठलों/पराली में आग नहीं लगाएं। कटाई के बाद शीघ्रातिशीघ्र मढ़ाई का काम कर लिया जाये । कूड़ा घर या खाद के गड्ढे पर आग तेजी से फैलती हैसाथ ही वातावरण दूषित करता है और खेतों की उर्वरा शक्ति भी नष्ट होती है। सूखे और कटनी योग्य फसल के खेतों के इर्द-गिर्द अलाव या चूल्हे का राख नहीं फेंके। पकी फसल के खेतों के अगल-बगल पेड़ से गिरे पत्ते या झाड़ियों में आग नहीं लगाएं। किसी भी उत्सव के दौरान पकी फसल के आस-पास आतिशबाजी नहीं करें ना ही किसी को करने दें।सभी अधिकारी लोगों को जागरूक कर अग्नि कांड की घटना रोके।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक अपर ज़िलाधिकारी समस्त उप जिलाधिकारी, अधीक्षण अभियंता एवं विधुत विभाग के सभी अधिकारी मुख्य अग्नि शमन अधिकारी समेत अग्नि शमन सहित आदि अधिकारी मौजूद रहे।