लखनऊ-अयोध्या हाईवे किनारे ढाबे पर खड़ी बस में घुसे चोरों ने दो यात्रियों के बैग से करीब 20 लाख कीमत के जेवरात और 10 लाख रुपये चोरी कर लिए। यह निजी बस दिल्ली से गोरखपुर जा रही थी और यात्री नाश्ता व लघुशंका आदि के लिए बस से उतरे थे। वारदात की जानकारी पर एसपी ने घटना स्थल का जायजा लिया और दोनों यात्रियों का अलग-अलग मुकदमा दर्ज कराया है। गोरखपुर के राजघाट थाना अंतर्गत हिंदी बाजार घंटाघर निवासी सर्राफ आशीष कुमार वर्मा ने दिल्ली चांदनी चौक करोलबाग से हीरे व सोने के जेवरात खरीदे थे, जिनकी कीमत 15 से 20 लाख रुपये थी। वहीं, सिद्धार्थनगर के मोहान थाना अंतर्गत पंडितपुर निवासी अरविंद श्रीवास्तव दिल्ली में एक कंपनी में मार्केटिंग आफिसर हैं, उनकी पुत्री की चार मार्च काे शादी है और 19 फरवरी को इंगेजमेंट है। वह अपने बैग में पांच-पांच लाख रुपये के दो पैकेट रखे हुए थे। दोनों शनिवार रात दिल्ली में अलग-अलग स्थानों से एक ही बस में अपने गंतव्य को जाने के लिए सवार हुए थे। बस में करीब 45 यात्री और दो हेल्पर थे। यह बस रविवार सुबह करीब पौने सात बजे रामसनेहीघाट कोतवाली अंतर्गत सालासर ढाबा एंड रेस्टोरेंट पर रुकी जो अहमदपुर टोल प्लाजा से करीब ढाई किमी दूर है। अन्य यात्रियों के साथ अरविंद व आशीष भी बस से उतरे। दोनों लघुशंका कर वापस बस में चढ़े तो देखा कि उनके बैग की चेन खुली है। घबराकर जब दोनों ने अपने बैग चेक किए तो उनके जेवरात व नकदी गायब थी। घटना के बाद सभी यात्री अपना सामान चेक करने लगे। सूचना पर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह भी घटना स्थल पर पहुंचे। भुक्तभोगियों और अन्य यात्रियों से पुलिस ने पूछताछ की और दोनों से तहरीर लेकर पुलिस ने चाेरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आसपास लगे सीसी फुटेज खंगाल रही है। बस के क्लीनर-चालक और यात्रियों से पुलिस ने घंटों पूछताछ की।
आशंका जताई जा रही है कि जिस प्रकार केवल दो यात्रियों के बैग को निशाना बनाया गया है, उससे यह स्पष्ट है कि वारदात रेकी करके अंजाम दी गई है। प्रभारी निरीक्षक रामसनेहीघाट ओपी तिवारी ने बताया कि मुकदमा लिखा गया है और वारदात करने वालों का पता लगाया जा रहा है। कुछ संदिग्ध वाहनों का पता चला है, उनकी भी जानकारी की जा रही है। जल्द ही वारदात का राजफाश होगा।