नीतेश कुमार , उरई,जालौन । जिले में समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा के लिए कुल 18 केंद्र बनाए गए थे। जिसमें से अधिकांश जिले के उरई में थे। इन सभी परीक्षा केंद्रों में कुल 7655 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी। परीक्षा को लेकर पहले से ही तैयारियां कर ली गई थीं। जिले को दो जोन में बांटा गया। 8 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती करने के साथ ही प्रत्येक केंद्र में स्टेटिक मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति की गई जिससे परीक्षा की शुचिता बनी रहे। रविवार को सभी केंद्रों परीक्षा कड़ी निगरानी में कराई गई। गेट पर ही अभ्यर्थियों की कड़ी तलाशी ली गई और मोबाइल फोन आदि लेकर जाने की अनुमति नहीं दी गई। जो अभ्यर्थी बैग लेकर आए थे उनको गेट पर ही जमा करा लिया गया। जिला प्रशासन के अधिकारी केंद्रों में जाकर परीक्षा की निगरानी करते रहे। पहली पाली में लगभग 2600 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में भी किसी तरह की नरमी नहीं बरती गई। परीक्षा केंद्रों में सख्ती का माहौल देखने को मिला। सभी सीसीटीवी कैमरों का संचालन दोबारा चेक किया गया। तलाशी लेने के बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया। स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में प्रश्न पत्रों के बंडल खोले गए। इसके बाद कक्ष निरीक्षकों की निगरानी में सख्ती के साथ परीक्षा कराई गई। किसी को सिर हिलाने तक की अनुमति नहीं थी। दोनों ही पालियों में परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। कुल 2651 अनुपस्थित रहे जबकि 5004 परीक्षा में शामिल रहे। जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पंडित ने बताया कि परीक्षा को लेकर किसी तरह की शिथिलता नहीं बरती गई। किसी भी परीक्षा केंद्र से किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली। केंद्रों पर जाकर व्यवस्थाओं को परखा गया ताकि परीक्षा शुचिता से संपन्न हो सके। जिले में समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा में बेहद सख्ती रही। सभी परीक्षार्थियों की जांच मेडल डिटेक्टर से भी की गई। महिला अभ्यर्थियों के लिए हर केंद्र पर एक अलग से केबिन बनाया गया था जिससे उनकी जामा तलाशी लेने में किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। परीक्षा केंद्रों पर पहले ही परीक्षार्थी पहुंच गए थे। ताकि वे सिटिंग प्लान को देख सकें।