नीतेश कुमार , उरई (जालौन)* आज उरई क्षेत्र के ग्राम सरसौखी में माता रानी प्रांगण में आयोजित समस्त ग्राम वासियों, एवं क्षेत्र वासियों के सहयोग से आचार्य पं. श्री कृष्णानन्द जी महाराज ठाकुर जी की श्रीमद् भागवत कथा गुरुवार को शुरू हुई। गुरुवार को कथा के प्रथम दिवस कलश यात्रा व पोथी यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल हुई। भागवत कथा के प्रथम दिवस की शुरुआत दीप प्रज्वलन भागवत आरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ कथा शुरू हुई। महाराज श्री ने भागवत कथा के महात्यन का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया। आचार्य पं. श्री कृष्णानंद जी महाराज ने कथा पंडाल में बैठे सभी भक्तों को भजन एक कोर कृपा की कर दो लाडली श्री राधे श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि भगवान का स्वरूप है सतान, चितधन, आनंदधन ऐसे भगवन समिदानंद को जो समस्त विश का पालन पोषण सुजन संहार करते है। जो अपने भेष में अपने स्वभाव में आनंद है इतना वीआईपी बनने में नहीं, इसलिए कन्हैया के ही बने रहों स्वाभाविक ही बने रहो। हम अपने जीवन को ठाकुर जी की तरफ और प्रेरित कर सके आगे बढ़ा सके इसलिए बार - बार भगवान की कथा सुननी चाहिए। जिसमे परीक्षत श्री लल्लूराम रायक्वार श्री मति ऊषा देवी और सभी गांव के संयोजकों ने को दिया न्योता कार्यक्रम कथा प्रारंभ- 8 फरवरी 2024 गुरुवार, कथा समापन- 14 फरवरी 2024 बुधवार, हवन एवं भंडारा- 15 फरवरी 2024 गुरुवार सभी लोगों सादर आमंत्रित। और आज की कथा एवं कलश यात्रा में रहे गांव और क्षेत्र से नारायण पाल, बलवान सिंह पाल, राजाराम, अमरसिंह, हरिराम पाल, लल्लू, हकिम, शशिकांत शुक्ला, पंचम पाल, आनंद यागिक, कुलदीप पाल जी, राजू, लोटन, लल्लूबाबा, बाबादीन, करन पाल सरसौखी, रामप्रकाश अहिरवार, ओमप्रकाश पाल, विवेक पाल चुर्खी, माताप्रशाद, रामू, भदई नाना, रामसिया, भीकम शुक्ला, शिवकुमार, ब्रम्हादीन, बारेलाल, बीरसिंह व समस्त ग्रामवासी, भाईयो, बहनों, माताओं, एवं समस्त क्षेत्रवासी रहे मौजूद।