राकेश कुमार
माधौगढ़ जालौन माधौगढ़ के मण्डी प्रांगण में पांडरी वाले बाबा की असीम अनुकम्पा से चल रहे भागवत कथा के दौरान आचार्य विष्णु स्वामी जी महाराज ने बताया सनातन संस्कृति की रीढ हमारी गौ माता है हम अपने जीवन में गौ सेवा करें प्रत्येक हिंदू सनातन धर्माबलंबी को अपने घर की पहले रोटी गौ माता के लिए निकालनी चाहिए गौ सेवा करने से पितृ दोष समाप्त हो जाता है ग्रह शांति होती है शारीरिक पीड़ा दूर हो जाती है जहां गौ माता प्रसन्न रहती हैं वहा सभी देवता ल निवास करते हैं गौ माता के शरीर पर हाथ स्पर्श करने से राहू केतु आदि दुष्ट ग्रह भी अनुकूल हो जाते हैं गाय समग्र विश्व की माता है
गावो विश्वस्व मातरः
साथ हि बताया जीवन में गुरु का होना भी परम जरूरी है जिसका गुरु नहीं उसका जीवन शुरू नहीं
जो वासना से उपासना कि ओर ले जाए वह गुरु है।
जो जीवन से अज्ञान रूपी अंधकार मिटाकर ज्ञान का प्रकाश करदे वह गुरु।। परमात्मा से मिलाने की समर्थ केवल गुरु में ही है
साथ हि संत सेवा एवं माता पिता की सेवा के जीवन में परम जरूरी है।। इसके साथ ही विदुर संवाद श्रवण कराते हुए बताया कि जीवन में परमात्मा को पाने के लिए प्रेम जरूरी है ( बिना प्रेम रिझे नहीं नटवर नंदकिशोर)। गोविंद को पाने के लिए जीव मात्र से प्रेम करें इसके साथ ही पूज्य स्वामी जी ने ध्रुव चरित्र, प्रहलाद चरित्र, जड़़भरत की कथा, अजामिल उपाख्यान, सती चरित्र ,समुद्र मंथन एवं वामन अवतार का प्रसंग सुना कर भक्तों को भाव विभोर कर दिया
इस अवसर पर परीक्षित बाबूराम शिवहरे, गनेशी देवी मुन्ना शिवहरे, अनिल शिवहरे, संतोष शिवहरे, मनोज शिवहरे पत्रकार, राहुल, अंकित, राजेश शिवहरे, संतोष शिवहरे संजीव कुमार,अन्य लोग मौजूद रहे