नीतेश कुमार
उरई/जालौन। सेण्टर फॉर लॉ एंड पालिसी रिसर्च दुवारा पूरे भारत में 7 संविधान रक्षक फेलो की घोषणा 75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्नाटका हाईकोर्ट परिसर में मा.जस्टिस सुनील दत्त यादव की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में की गयी, जिसमे एक नाम यूपी बुंदेलखंड के जालौन जिले के रहने बाले दलित मानवाधिकार कार्यकर्त्ता कुलदीप कुमार बौद्ध का है। एक लम्बी प्रक्रिया के बाद पूरे भारत से 7 युवा अधिवक्ताओं को संविधान रक्षक फेलो चुना गया है, जिसमे- एड.केका आरखा नागालैंड, एड.उज्जैनी चटर्जी पश्चिम बंगाल, एड.दीपक छतप महाराष्ट्र, एड.कुलदीप कुमार बौद्ध यूपी(बुंदेलखंड), एड.बसुधा मुंबई, एड.जमोल जॉय केरल, एड.श्रेयस कर्नाटक से है जो अब भारत के अलग अलग राज्यों में हासिये पर पड़े समुदाय के हक अधिकार व संवैधानिक मूल्यों के लिए कार्य करेंगे। जालौन जिले के बीहड़ क्षेत्र के गावं मल्थुवा से आने बाले व संविधान रक्षक फेलो बने कुलदीप कुमार ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झाँसी से मास्टर्स ऑफ़ सोशल वर्क (एम.एस.डब्लू.) व लखनऊ युनिवर्सिटी से बकालत (एल.एल.बी.) की डिग्री हासिल की है व पिछले 10 सालों से बुंदेलखंड क्षेत्र में दलित पिछड़ों,बंचितो व महिलाओं के हक़ अधिकार व सम्मान के लिए संघर्ष कर रहे है, वह बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच व युवा दस्तक के संयोजक एवं संस्थापक भी है| दलित अत्याचार व उत्पीडन,मैला ढ़ोने की कुप्रथा, बजट के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ सहित मानवाधिकार के बिभिन्न मुद्दों तथा युवाओं को संवैधानिक मूल्यों के लिए उन्हें शिक्षित, संगठित व जागरूक करते हुए उनकी आवाज को बुलंद कर रहे है, वही हाल ही में उन्होंने प्रतेक व्यक्ति की न्याय तक पहुँच हो व प्रतेक पीड़ित को सम्मान पूर्ण न्याय मिले इस हेतु "दलित सम्मान व न्याय केंद्र" की स्थापना की है जहाँ पीड़ितों को फ्री लीगल एड देते हुए उन्हें न्याय दिलाने का कार्य कर रहे है।