प्रभु का अवतार तो शत्रु विनाश और धर्म की स्थापना के लिए ही होता

Dec 18, 2023 - 21:43
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प्रभु का अवतार तो शत्रु विनाश और धर्म की स्थापना के लिए ही होता
जालौन रिपोर्ट बबलू सेंगर -प्रभु का अवतार तो शत्रु विनाश और धर्म की स्थापना के लिए ही होता । यह बात स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानंद गिरीजी महाराज ने कही। अखंड परमधाम सेवा समिति के तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह के पांचवें दिन श्रीमकृष्ण जन्म की लीला का वर्णन किया गया। कथा श्रवण कराते हुए महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानंद गिरीजी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के अवतार की कथा का मनोहारी वर्णन करते हुए कहा कि भगवान के धरती पर आने का क्या कारण है। जब पृथ्वी लोक पर पाप बढ़ जाते हैं तब भगवान धर्म और धरती की रक्षा के लिए अवतरित होते हैं। कृष्ण ऐसे देव है जो भक्त के हृदय में और विरोधी की बुद्धि में बसते हैं। सिर्फ धर्म की रक्षा के लिए विचरण करते रहते है। कहा कि जब कंस ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी तो प्रभु श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। यहां पर जैसे ही श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग कथा में आया तो श्रद्धाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के उद्घोष के साथ पूरे पांडाल में मौजूद श्रृद्धालु जयकारे लगाने लगे। कथा व्यास ने श्रृद्धालुओं के गोपालन की महिमा से भी अवगत कराया और पांडाल में मौजूद भक्तों से अपील करते हुए कहा कि अपने अपने घरों पर गोपालन अवश्य करें और उनकी सेवा करें। इस मौके पर स्वामी दयानंद गिरीजी महाराज, पारीक्षित महेंद्र सिंह उर्फ मनसुख दादी, उर्मिला सिंह, रामराजा निरंजन, धर्मेंद्र मिश्रा, अनिल शिवहरे, शिवराम सिंह गुर्जर, माधव व्यास, मंगल सिंह पटेल, मनोज गुप्ता, निशा माहेश्वरी, संध्या, प्रियंका, रागिनी, वर्षा, कृष्णा आदि मौजूद रहे।

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