राकेश कुमार
रामपुरा जालौन। विकास खण्ड रामपुरा के नदिया पार व आसपास के ग्रामों के समीप में बहने वाली पहूज व सिंध नदी मैं विकराल रूप धारण कर लिया है कल गुरुवार रात से पानी का स्तर बढ़ना शुरू हुआ था। शनिवार को नदियों के बढ़े वेग के कारण कई गाँवो का संपर्क टूट चुका हैं।
रामपुरा क्षेत्र में बहने वाली पहूज नदी व सिंध नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ता जा रहा हैं। जिसको देखते हुए ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त हैं। पहूज नदी के निकट बसे गाँव बुढेरा, मुहब्बतपुरा, कूसेपुरा, किशनपुरा, निनावली जागीर, नरौल तथा सिद्धपुरा संपर्क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया हैं। गाँव के लोगों के मन मे चिंता व्याप्त होने लगी हैं। लोगो ने बताया कि अगर इसी गति से पहूज नदी मे पानी का जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो रात तक गाँव के अंदर पानी गुस जायेगा। वही सिंध नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए ग्रामीण राकेश, वीरेन्द्र, अरविंद, गुड्डा आदि लोग ने बताया कि नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा हैं। शुक्रवार को नदियों के जलस्तर बढ़ने से बिल्हौड़, जाखेता, डिकोली जागीर, मिर्जापुरा जागीर, रिठौरा, भेलवली, सुदंरपुरा आदि गांवों से संपर्क टूट चुका हैं।
जगम्मनपुर के पास पंचनद पर भी निरंतर पाचो नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो रही हैं। रामपुरा क्षेत्र में बहने वाली नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन चौकन्ना हैं। शुक्रवार को एसडीएम माधौगढ़ सुरेश कुमार के निर्देशन पर तहसील के अधिकारियों ने नदियों के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। समय समय पर अधिकारियों द्वारा नदियों के बढ़ते वेग पर नजर रखी जा रही हैं।
*सौरभ सिंह राजावत प्रधान जायघा*
बाढ़ के पानी के कारण ग्राम जायघा के आने जाने के समस्त रास्ते पूर्णता बंद हो चुके हैं अधिक वर्षा के कारण जगम्मनपुर की ओर जाने वाला कच्चा रास्ता भी दलदली एवं दुर्गम हो गया है । गांव में तीन दिन से लाइट ना आने से ग्रामीणो को संकट का सामना करना पड़ रहा है । विषैले जन्तु व सर्पो का खतरा बढ
गया है ।बीमाार बुजुर्ग व बच्चों को चिकित्सा के लिए रामपुरा या जगम्मनपुर ले जा पाना असंभव हो रहा है
प्रशासन अलर्ट मोड में*
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी जालौन राजेश कुमार पाण्डेय में निर्देशन में जनपद के अनेक जिम्मेदार आला अधिकारी एवं परगनाधिकारी ने अपने मातहत कर्मचारियों के साथ लगातार क्षेत्र भ्रमण कर स्थिति पर दृष्टि बनाए हैं । जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक जालौन स्वयं बाढ़ प्रभावित गांवों का स्थलीय निरीक्षण कर ग्रामीणों से संपर्क कर सुरक्षा के प्रति आश्वस्त कर रहे है। समस्त बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में मोटरबोट एवं छोटी नौकाओं का प्रबंध किया गया है ताकि किसी प्रकार के संभावित संकट में बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों को समुचित सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
एसडीम सुरेश कुमार ने बताया कि अभी जलस्तर बढ़ने की आशंका है