राकेश कुमार, सम्पादक-सतेन्द्र सिंह राजावत,
कोंच(जालौन)। गत दिवस अंजली ने दरिद्र नारायण सेवा समिति में चल रहे कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल व इप्टा के संयुक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम में पहुंच कर बच्चों को इंसान के अंदर विद्यमान कला का महत्व समझाया। अंजली को इस कार्यक्रम में कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आयोजक परसमणि अग्रवाल ने आमंत्रित किया था। अंजली ने बताया कि हमारे क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारने के लिए इप्टा एवम कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल कई वर्षों से कार्यरत है। आगे उन्होंने बताया कि इस बार जरूरतमंद बच्चों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आगे अंजली ने बच्चों को बताया कि अपने हुनर को कभी छुपाना नहीं चाहिए। जब हम आगे बढ़ते हैं ,तब कई मुश्किलें हमारे सामने आती हैं, लेकिन हमें उन मुश्किलों से घबराकर पीछे नहीं हटना होता है, अपितु उन्हें अपनी ताकत बनानी होती है। साथ ही साथ हमें अपने अंदर छुपे हुनर को बाहर लाने की आवश्यकता है ,न कि उसका दमन करने की।
अंजली ने अपना अनुभव बताते हुए बच्चों को बताया कि हमारे जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व है और उसी के साथ- साथ नृत्य, गायन, अभिनय, खेल -कूद आदि का भी अत्यधिक महत्व है। शिक्षा के क्षेत्र के समान ही हम कला के क्षेत्र में भी काफी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। साथ ही अंजली ने बच्चों को कुछ अभिनय करके दिखाए तथा उनके अभिनय भी देखी तथा उनकी सराहना की ,जिससे बच्चों में प्रोत्साहन की लहर दौड़ गई।
अंत में अंजली ने बताया कि हमें यदि सफल होना है, तो हमें अपने सपनों को साकार करने की इच्छा रखनी चाहिए। और सफलता हमें उसी काम में जल्दी मिलती है, जिसमें हमारी रुचि अत्यधिक होती है। उन्होंने अपनी वाणी को विराम देते हुए कहा कि सफल होना है तो सपना जरूर देखना होगा और उसे पूरा करना है तो मेहनत करनी होगी ।