उत्तर प्रदेश ! आगरा में राष्ट्रीय राजमार्ग के अबुल उलाह कट पर वर्दी पहना एक युवक फर्जी इंस्पेक्टर बनकर वाहनों की चेकिंग कर रहा था। मोबाइल से फोटो लेने के बाद चालान की धमकी देकर वसूली कर रहा था। मामले की जानकारी थाना न्यू आगरा पुलिस को मिली। दरोगा पहुंचा तो खाकी और तीन स्टार देखकर पहले तो सकते में आ गया। सलाम करने के बाद चेकिंग का कारण पूछा। बातों-बातों में ही असली नकली का फर्क पता कर लिया। फर्जी इंस्पेक्टर की पुष्टि होने पर आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी राजपुर चुंगी निवासी देवेंद्र उर्फ राजू है। वह इंस्पेक्टर की वर्दी पहने हुए था। तीन सितारे भी लगे हुए थे। पुलिस की तरह जूते भी पहने था। वह वाहन चालकों को धमका रहा था। शिकायत मिली थी कि एक इंस्पेक्टर वाहनों से वसूली कर रहा है। मोबाइल से फोटो लेने के बाद चालान की धमकी दे रहा है। इस पर कार्रवाई की गई। चौकी प्रभारी मांगेराम को भेजा गया। पहली बार में चौकी प्रभारी भी उसे इंस्पेक्टर ही समझने लगे। इसलिए सीनियर अधिकारी की तरह बात करने लगे। मगर, कुछ ही देर में देवेंद्र का भेद खुल गया। उसे पकड़ लिया गया।
आरोपी देवेंद्र चार हजार रुपये में पुलिस वाला बन गया। पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह कक्षा पांच तक पढ़ा है। कोरोना काल से पहले बिजलीघर स्थित एक दुकान से वर्दी खरीदी थी। लॉकडाउन में वो सड़कों पर निकलता था। वर्दी पहने होने की वजह से कोई रोकता नहीं था। बाद में वह वर्दी की मदद से आटो और बस में सफर करने लगा। वर्दी देखकर चालक डर जाते थे। किराया नहीं मांगते थे। खरीदारी करने किसी दुकान में जाता था तो डिसकाउंट भी मिल जाता था। वर्तमान में वह कोई काम नहीं कर रहा था। उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इस कारण सोचा कि वाहन चालकों से वसूली कर लेगा। चालान के डर से वो खुद ब खुद रकम दे देंगे। इससे वह खर्च निकाल लेगा।
थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि आरोपी देवेंद्र से 2015 रुपये बरामद किए। यह उसने आटो चालकों से वसूली कर लिए थे। मामले में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और रंगदारी की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। उसके खिलाफ पहले से थाना हरीपर्वत में चोरी का मुकदमा दर्ज है। आरोपी ने बताया कि अबुल उलाह कट पर पुलिस कम ही रहती है। इस कट पर आटो और बस खड़ी रहती हैं। इनके चालकों को धमकाकर वसूली कर लेगा। मगर, किसी ने शिकायत कर दी। वो पकड़ा गया।