उरई (जालौन)। आज जनपद जालौन के राजकीय मेडिकल कालेज के आडोटोरियम में प्रधानाचार्य डॉ अरविंद कुमार त्रिवेदी की अध्यक्षता में पुस्तक विमोचन एवम विमर्श समारोह का आयोजन किया गया । जिसके मुख्य अतिथि स्वांत रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ प्रयाग नारायण त्रिपाठी जी द्वारा जो पुस्तकें लिखीं गई है । उनमे उस इतिहास को उजागर किया है जो कि देश के लोगों तक नही पहुचने दिया । जबकि हमारे इतिहास को इस तरह तोड़ा मरोड़ा गया की लोगों तक इतिहास का सच नहीं पहुंच पाया जो कि डॉ प्रयाग नारायण त्रिपाठी ने अपने अनुभव से पुस्तकों में दर्शाया है। इन पुस्तकों से राष्ट्र को सही दिशा मिलेगीं इसलिए ये पुस्तकें जन जन तक पहुचे और उन्होंने कहा की राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ पिछले कई दशकों से व्यक्ति निर्माण का काम कर रहा है। क्यों कि जब तक व्यक्ति ठीक नहीं होगा। तब तक समाज और देश बलशाली नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पूरी दुनिया में भारत की ताकत बढ़ी है और अब भारत को अनदेखा करने की हैसियत किसी देश की नहीं है। श्री स्वांत रंजन ने कहा कि आज आठ किताबों का विमोचन हुआ है। वो डॉक्टर प्रयाग नारायण त्रिपाठी ने बड़ी मेहनत और अनुभव से लिखी हैं। इनको पढ़ना चाहिए। इससे आपकी अपने इतिहास पर समझ बनेगी। समारोह के मुख्य वक्ता कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्व विद्यालय रायपुर के कुलपति व प्रोफेसर एनवीटी के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर बलदेव शर्मा ने कहा कि आज यह विमोचन समारोह एक उत्सव में बदल गया है। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध शायर गुलजार की पंक्तियों को पढ़ते हुए बताया कि किताबें पहले कभी प्रेम के जन्म का भी कारण बनती थी। क्यों कि पुरानी किताबों में फूल और खत भी मिलते थे। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी में किताब पढ़ने की परमपरा कम हो रही है। इस लिए मेरा सभी से अनुरोध है कि अपने बच्चों के जन्म दिन पर उन्हें एक किताब अवश्य भेंट करें। उन्होंने कहा कि भारतीय सच्चे इतिहास को डॉ़. प्रयाग नारायण त्रिपाठी ने अपनी आठ पुस्तकों में बताया है। इन्हें जरुर पढ़ना चाहिए। अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय श्रीहर ने कहा कि पहले छह सौ वर्षे तक विदेशी आक्रमणकारियों और दोे सौ वर्ष तक अंग्रेजों के शासन के दौरान पिछली आठ सौ वर्षे की गुलामी के कारण जो भी शासक रहे उन्होंने अपने तरीके से इतिहास को खिलवाया। जिसके कारण भारतीय अपने ही इतिहास से वंचित हो गए। इस भ्रम के कारण हम अपने इतिहास को भी नहीं समझ पाए। उन्होंने कहा कि गुप्त काल में जो देश सोने की चिड़िया के रुप में पूरी दुनिया में जाना जाता था। वह कैसे बदहाल हो गया। उन्होंने कहा कि भारतीयों को आर्य बताया गया। और कहा कि वह इस देश के वासी नहीं हैं। लेकिन इतिहास संकलन समिति इस देश के वास्तविक इतिहास को नए सिरे से लिखने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुदाई से पता चला है कि हडप्पा मोहन जोदड़ो की जो नगर संस्कृति थी। उसी तरह का निर्माण चढ़ीगढ़ में किया गया। उन्होंने कहा कि चाहे महावीर राणा प्रताप हो या शिवाजी महाराज हों। इनका वास्तविक इतिहास भारतीय को नहीं पढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि इतिहास संकलन समिति जिले जिले का इतिहास बना रही है। उन्होंने कहा कि इतिहास संकलप समिति चार भाग में भारतीय में पुनर लेखन करवाया है। कैसे उरई को ही राजा माहिल की नगरी की नाम से याद किया जाता है। जो बहुत गलत है। जबकि इतिहास ये होना चाहिए कि प्रतिहार राजाओं ने किस तरह अपने राज्य में हर तरह से उन्नति की। उन्होंने कहा कि प्रयाग नारायण त्रिपाठी की किताबों को पढ़ने की जरुरत है। इस अवसर पर डॉ. प्रयाग नारायण त्रिपाठी ने कहा कि आज जिन आठ किताबों का विमोचन हो रहा है। उनमें महात्मा गांधी एवमं दीनदयालय उपाध्याय के जीवन दर्शन के साम्य में, डॉ राममनोहर लोहिया का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, भारतीय राजनीति में पं. दीनदयाल उपाध्याय का योगदान, विवेकानंद का शिक्षा दर्शन, भारतीय चिंतन परंपरा के वाहक गांधी लोहिया और दीनदयाल, भारत - बांग्लादेश संबंध ऐतिहासिक एवं वर्तमा परिप्रेक्ष्य में, भारत का कर्तव्य रथ, सामाजिक समरसता के एक प्रणेता - स्वातंत्र वीर सावरकर है। श्री डॉ. त्रिपाठी ने इन किताबों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. अरविंद त्रिवेदी प्राचर्य राजकीय मेडिकल कॉलेज ने अपने सम्बोधन में कहा कि इन पुस्तकों को ईपुस्तक के रूप में भी लोगों तक पहुचाया जाए क्योंकि आज के समय मे लोग डिजिटल का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे है और यहाँ जो महानुभवों के वक्तव्यों को मेने सुना है उनके ओजस्वी वक्तव्यों के सामने में निशब्द हूँ । इस अवसर पर कानपुर के प्रांत प्रचारक श्री राम जी, जिला प्रचारक शिवम जी, सह प्रांत प्रचारक मुनीश जी, नगर प्रचारक सचिन जी, गोसेवा आयोग के चेयरमैन श्याम बिहारी गुप्ता, जिला कार्यवाह गौतम त्रिपाठी,दिनश चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री भानु प्रताप वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष धनश्याम अनुरागी, डीएम राजेश कुमार पांडेय, एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार, जिलाध्यक्ष उर्विजा दीक्षित जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष बृजभूषण मुन्नु, पूर्व विधायक नरेंद्र पाल सिंह जादौन, पूर्व विधायक संतराम सिंह सेंगर, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य बालक दास पाल, कुलदीप जी,राघवेन्द्र सिंह परिहार, रामजी सिंह, संजय सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष उदयन पालीवाल, जगदीश तिवारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।मंच व्यस्था मे डा०अखंड प्रताप सिंह सेंगर एवं डा० प्रशांत निरंजन ,मंच संचालन डीवीसी के प्राचार्य डॉ. राजेश चंद्र पांडेय ने व अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. अरविंद त्रिवेदी ने की।