जालौन। चिटफंड कंपनियों में जमा निवेशकों के धन वापस दिलाने के लिए तहसील स्तर पर नियमित एकल खिड़की खुलवाने की मांग करते हुए ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के सदस्यों ने कोतवाली में ज्ञापन सौंपा है।
ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के जिलाध्यक्ष हरीकुशन करण, तहसील अध्यक्ष बृजकिशोर वर्मा, गिरीश कुमार, नंदकिशोर पांचाल, आसिब राईन, शमशाद अहमद, अरविंद कुमार, अभिषेक सोनी, विवेक सोनी, हरदयाल, कासिम, प्रभात कुमार, गोपाल, पुनीत सोनी आदि ने कोतवाली में एसएसआई गौरव मिश्रा को ज्ञापन सौंपकर बताया कि कई सारी चिटफंड कंपनियां लोगों की मेहनत से जमा की गई जमा पूंजी लेकर भाग गए हैं। इन कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशक परेशान हैं। उनके पास आजीवका का साधन भी नहीं बता है। ऐसे निवेशकों के हित के लिए अनियमित जमा योजना पाबंदी अधिनियम (बड्स एक्ट 2019) कानून के तहत संपूर्ण चिटफंड कंपनियों को बैन कर दिया गया है। साथ ही जिला स्तर पर तहसील स्तर पर अधिकारी नामित किए हैं। जो भुगतान आवेदनों को स्वीरकार कर आगे की कार्रवाई करेंगे। पूर्व में तहसील स्तर पर खिड़की खुलवाकर इस प्रकार के आवेदनों को स्वीकार भी किया गया है। लेकिन किन्ही कारणवश अब आवेदन जमा करने के लिए तहसील स्तर पर खिड़की संचालित नहीं हो रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि तहसील स्तर पर भुगतान आवेदन जमा करने के लिए नियमित खिड़की खुलवाई जाए। ताकि लोगों को अपने आवेदन जमा करने के लिए परेशान न होना पड़े।