जालौन(उरई)। कुठौंदा बुर्जुग में लगभग 14 वर्ष पूर्व बनाया गया पंचायत भवन बनने के बाद कुछ ही वर्षों में जीर्ण शीर्ण हो गया था। जिसके बाद भवन उपयोग लायक नहीं बचा। ऐसे में अब पंचायत के कार्य संपन्न होने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण ने जिला विकास अधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर नया पंचायत भवन बनवाने की मांग की है।
कुठौंदा बुर्जुग निवासी समाजसेवी गजेंद्र सिंह सेंगर ने जिला विकास अधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर लिखा कि उनके गांव में बर्ष 2009-10 में पंचायत भवन का निर्माण कराया गया था। लेकिन बनने के बाद पांच वर्ष भी पूरे नहीं हुए कि पंचायत भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहंुच गया। बनने के समय ही उक्त पंचायत भवन के मानक के अनुसार न बनने की शिकायत ग्रामीणों ने की थी। लेकिन तब शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जीर्ण शीर्ण होने के बाद शिकायत की गई तो उसकी जांच तकनीकी समिति से कराई गई थी। जिसके बाद से इस जीर्ण शीर्ण पंचायत भवन को उपयोग में लाना बंद कर दिया गया। ग्राम पंचायत के पास पंचायत भवन न होने से ग्राम पंचायत के कार्य संपन्न होने में दिक्कत होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिनांक 26 जुलाई 2024 को गाटा संख्सा 316 पर पंचायत भवन के निर्माण का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। यहां पर पंचायत भवन के निर्माण के लिए लेखपाल द्वारा अनापत्ति भी दी जा चुकी है। इसके बाद भी वहां पंचायत भवन का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। यदि पंचायत भवन का निर्माण करा दिया जाता है तो ग्राम पंचायत की बैठकें नए भवन में हो सकती है। ग्रामीण भी अपने कार्य पंचायत भवन पर पहुंचकर संपन्न करा सकते हैं। उन्होंने शीघ्र ही पंचायत भवन का निर्माण कराने की मांग सीडीओ से की है।