जालौन। हाडकंपाऊ सर्दी से बच्चे, बूढ़ों के साथ ही पशु, पक्षी भी बेहाल हैं। सर्दी के चलते ग्रामीण क्षेत्र में भी ग्राम पंचायत द्वारा सार्वजनिक चौराहो पर अलाव लगाए जाने की मांग ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की है।
इस समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। बर्फीली हवाओं के चलते आम जनमानस के साथ ही पशु पक्षी तक बेहाल है। बारिश और बर्फवारी के बिना ही सर्दी सितम ढा रही है। हालत यह है कि दोपहर तक लोग रजाई में ही दुबकने को मजबूर हैं। सर्दी के मौसम में एकमात्र सहारा आग ही बचा है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत द्वारा अलाव न लगाए जाने से लोग मायूस हैं। घरों में भी लकडी के अभाव में अलाव नहीं जल पा रहे है। अलाव न लगने से अधिकांश बच्चे और बूढ़े सभी परेशान नजर आ रहे हैं। कैंथ निवासी भुलई गुर्जर, छिरिया निवासी रणजीत सिंह, सुढार निवासी रमाकांत निरंजन, खनुआं निवासी मम्मू खान, नैनपुरा निवासी राजेशचंद्र, मकरंदपुरा निवासी अनूप श्रीवास्तव आदि बताते हैं कि इस बार जो सर्दी पड़ रही है वह कुछ अलग ही ढंग से अपना असर दिखा रही है। सर्दी लगने से कई लोग घरों में बीमार पड़े हुए हैं। लगातार पड़ रही सर्दी को एक सप्ताह हो चुका है लेकिन सर्दी कम होने का नाम नहीं ले रही है। कड़ाके की सर्दी से लोग कहीं आ जा नहीं पा रहे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि गांव स्तर पर भी अलाव लगवाए जाएं ताकि ग्रामीण क्षेत्र की जनता को भी लाभ मिल सके।