जालौन। लोग घरों में ही कुर्बानी करें और प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी कतई न करें। पुलिस प्रशासन द्वारा जो गाइड लाइन दी गई है उसका पालन हर हाल में करें। यह बात बकरीद के पर्व को लेकर शहर काजी मौलाना साबिर व जमीअत उलमा के जिला सदर मौलाना सुल्तान अहमद जामई ने कही।
शहर काजी मौलाना साबिर ने बकरीद के पर्व को लेकर लोगों से अपील करते हुए कहा कि त्योहार का मकसद आपस में मिल जुलकर और प्यार मोहब्बत के साथ मनाने से है। जालौन नगर हमेशा से ही गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक रहा है। इसलिए कोई ऐसा कार्य न हो जिससे किसी भी तरह से नगर का सौहार्द खराब हो। बकरीद के पर्व पर सरकार द्वारा जो गाइड लाइन जारी की गई है उसका सभी को पा़लन अनिवार्य रूप से करें। सबसे पहले तो बकरीद की नमाज में खास ख्याल रखें कि मस्जिद समय पर पहुंचें। सडक को जाम कतई न करें। यदि कहीं आपको जगह नहीं मिल रही है तो दूसरी मस्जिद में जाकर नमाज अदा करें। जमीअत उलमा हिंद के जिला सदर मौलाना सुल्तान अहमद जामई कहा कि नमाज के बाद कुर्बानी का दौर चलता है। इसके लिए खास ख्याल रखें कि खुले में कुर्बानी कतई न करें। कुर्बानी घरों के अंदर करें अथवा बंद जगहों पर करें ताकि दूसरों को तकलीफ न हो। कुर्बानी के फोटो, वीडियो आदि सोशल मीडिया पर वायरल न करें। जिन जानवरों पर सरकार की ओर से पाबंदी है उसकी कुर्बानी न की जाए इसका खास ख्याल रखें। जो कुर्बानी के जो अवशेष बचें उसे खुले में न फेंका जाए बल्कि उन्हें जमीन में दफना दिया जाए। त्योहार में यह खास ध्यान रखा जाए कि आपकी वजह से किसी दूसरे को तकलीफ न हो। इसलिए सभी आपस में मिल जुलकर त्योहार को मनाएं और त्योहार का आनंद लें।