श्री कृष्ण दत्त अकादमी में छः दिवसीय फाइन आर्ट प्रशिक्षण का समापन रोचक कलाकृतियों की प्रदर्शनी के साथ संपन्न हुआ। श्री कृष्ण दत्त अकैडमी वृंदावन लखनऊ में एडिशनल डायरेक्टर कुसुम बत्रा के नेतृत्व में मुख्य अतिथि डायट लखनऊ प्राचार्य अजय सिंह और विशिष्ट अतिथि प्रीति त्रिवेदी,निदेशक,कर्नल एस एन मिश्रा ओबीई मेमोरियल स्कूल दीप प्रज्वलन कर सरस्वती मां की आराधना के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन कर किया। कॉलेज के प्राचार्य नवीन कुलश्रेष्ठ के कुशल नेतृत्व में कार्यक्रम संपन्न कराया गया जिसमें सुभाष तिवारी और सी डी त्रिपाठी ने अपना पूर्ण योगदान दिया। बच्चों को प्रशिक्षण के सर्टिफिकेट मुख्य अतिथि के द्वारा वितरित किए गए। प्रथम तीन बेहतरीन कलाकृति बनाने वाले बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया।
सहायक निदेशक कुसुम बत्रा ने बताया कि इस कार्यशाला से सभी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों और बड़ों ने अपने अंदर के कलाकार को निखारने में अपना योगदान दिया और हमें नए कलाकार विकसित करने का मौका मिला। सभी ने अपने विचार, रोचकता, और सौहार्दपूर्ण वातावरण में प्रशिक्षण प्राप्त किया ऐसी आशा की जाती है कि जीवन के विभिन्न संघर्षों में इस फाइन आर्ट वर्कशॉप के माध्यम से मिली ऊर्जा का उपयोग सभी प्रशिक्षु करेंगे।
प्रशिक्षक नमित वर्मा ने बताया कि क्ले आर्ट, जिसे क्ले मॉडलिंग के रूप में भी जाना जाता है, मिट्टी को विभिन्न आकृतियों में ढालने की कला है जिससे सिरेमिक, आभूषण, चित्र और बहुत कुछ बनाया जा सकता है।मिट्टी का उपयोग करके तीन आयामी रूपों को आकार देने और बनाने की कला है। एक बड़ा प्रश्न उठता है कि मॉडलिंग के लिए किस प्रकार की मिट्टी का उपयोग किया जाता है? तो वह है सिरेमिक मिट्टी जैसे टेरा कोटा, मिट्टी के बरतन, पत्थर के बर्तन और चीनी मिट्टी के बरतन, साथ ही बहुलक मिट्टी और हवा से सूखने वाली मिट्टी, आमतौर पर मॉडलिंग के लिए उपयोग की जाती है।दिए गए निर्देशों के अनुसार प्रशिक्षकों ने अपनी कलाकृतियां बनाई। बच्चों और बड़ों ने उत्साह पूर्वक क्ले मॉडलिंग में प्रतिभाग़ किया और तरह-तरह के आकार के फूल दान निर्मित किए।
श्री कृष्ण दत्त अकादमी में आयोजित इस साप्ताहिक वर्कशॉप में बच्चों को कैनवस पेंटिंग, डिजिटल पेंटिंग, फोटोग्राफी व क्ले मॉडलिंग की बारीकियों से परिचित कराया गया ।इस आयोजन में बच्चों और सभी प्रतिभागियों को प्रकृति से जोड़ने की मुहिम के तहत पर्यावरण संरक्षण प्रकृति की सुंदरता और प्रकृति को संपन्न बनाने की थीम के साथ कार्यशाला संपन्न कीगई। 6 दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षक लोकेश वर्मा राज किरण द्विवेदी और नमित वर्मा ने कुशलता पूर्वक रोचक ट्रेनिंग देकर फाइन आर्ट के महत्वपूर्ण आयाम के गुण दोष व बारीकियां प्रशिक्षुओं को बताई।
शिक्षिका एवं समाज सेविका रीना त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्येक स्कूल में इस प्रकार के आयोजन होने चाहिए और यदि नहीं हो पाते हैं तो सभी स्कूल के प्रधानाचार्य को गर्मी की छुट्टियों में अपने उन बच्चों को जो फाइन आर्ट में रुचि रखते हैं श्री कृष्ण दत्त अकादमी में आयोजित होने वाले इस प्रकार के फाइन आर्ट की वर्कशॉप में भेजना चाहिए जिससे बच्चों के व्यक्तित्व में गुणात्मक विकास होता है पेड़ पौधे मिट्टी और रंगों के साथ जीवन में सकारात्मकआती है।