जालौन। सोमवार को विश्व श्रवण दिवस के मौके पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 87 मरीजों का परीक्षण किया गया।
विश्व श्रवण दिवस के मौके पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित शिविर में सीएचसी प्रभारी डॉ. केडी गुप्;ता ने कहा कि श्रवण शक्ति हमारा दुनिया से संपर्क का प्रमुख माध्यम है। इसलिए कानों की देखभाल बेहद जरूरी है। कान में रिसाव, मवाद या खून आने जैसी समस्याओं के प्रति सतर्क रहने की उन्होंने सलाह दी। कहा कि कान की सफाई के लिए नर्म कपड़े का इस्तेमाल करें। विशेषज्ञों ने कान में पानी या अन्य तरल पदार्थ डालने से मना किया। गंदे पानी से नहाने से बचने की भी सलाह दी गई। डॉ. राजीव दुबे ने ईअरफोन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आजकल युवाओं के कानों से ईअरफोन हटता ही नहीं है। इससे श्रवण शक्ति कमजोर होती है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि कानों में अधिक समय तक ईअर फोन का इस्तेमाल न करें। कान में तेल या पानी न डालें। बार-बार कान साफ करने से बचें। तेज आवाज वाली जगहों से दूर रहें। इस दौरान 87 व्यक्तियों के कानों का परीक्षण किया गया। जिनमें 16 व्यक्तियों में श्रवण शक्ति कमजोर पाई गई। अतिसंवेदनशील दो लोगों को उच्च संस्थान में जाकर परीक्षण कराने की सलाह दी गई। इस मौके पर डॉ. योगेश आर्या, डॉ. विवेक, डॉ. पीएन शर्मा, अवधेश राजपूत आदि मौजूद रहे।