जालौन। शीतलहर के चलते सामान्य जन जीवन प्रभावित हो रहा है। शीतलहर के बचाव को लेकर एसडीएम ने नगर में संचालित कान्हा गोशाला, रैन बसेरा व अलाव का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोशाला में 381 गोवंशों मिले तथा ठंड से बचाव के लिए व्यवस्थाएं दुरूस्त दिखी तथा रैन बसेरा में दो लोग मिले। अलाव के साथ अन्य व्यवस्थाएं दुरूस्त मिली।
उपजिलाधिकारी विनय मोर्य ने औरइया मार्ग पर प्रतापपुरा के पास संचालित कान्हा गोशाला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोशाला में 381गोवंश मिले जिसमें 1 बीमार था। कान्हा गोशाला के गोवंशों को ठंड से बचाव के लिए प्रत्येक टीन शैड में अलाव जलता हुए मिले तथा बिजली के रुम हीटर चलते मिले। इसके साथ ही खाने के भूसा, हरा चारा व गुड़ खिलाये जाने की जानकारी दी गयी।बीमार गोवंशों को देखकर उपजिलाधिकारी ने नियमित देखभाल करने तथा पशु चिकित्सक को सूचना देकर उपचार कराये। निरीक्षण के बाद उपजिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि शासन के निर्देशों का शतप्रतिशत पालन किया जाए तथा बीमार गोवंशों उचित देखभाल की जाये तथा खाने, पीने के साथ ठंड से बचाव किया जाय। ई ओ सुशील कुमार दोहरे ने बताया कि बीमार गोवंश का नियमित उपचार चल रहा है। गोशाला के गोवंशों के लिए लगभग 300 कुतंल भूसा उपलब्ध मिला। कम्पोजिट प्लांट चालू है। इसके साथ ही गोबर गैस प्लांट भी संचालित है। गोशाला का निरीक्षण करने बाद उपजिलाधिकारी सवा 9 बजे वह नगर पालिका परिषद कार्यालय परिसर में चल रहे अस्थायी रैन बसेरा का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान वहां 2 लोग मौजूद मिले तथा उनके ठहरने के लिए आराम दायक विस्तर के साथ आर ओ पानी, सफाई, रोशनी समेत आवश्यक व्यवस्थाएं ठीक मिली। भ्रमण के दौरान उपजिलाधिकारी ने नगर में जलाये जा रहे अलाव देखे। नगर में जलाये जा रहे 7 अलाव देखे। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि झंडा चौराहा, चुंगी नंबर 4 समेत जलते हुए मिले।