जालौन। शिव महापुराण के मर्मज्ञ पंडित शिवम नगायच ने कहा है कि भगवान शिवजी पर एक लोटा जल चढ़ा देने मात्र से ही हमारी सभी इच्छाएं और बड़ों कामनाएं पूर्ण हो जाती है। इसके लिए आवश्यक है कि हम निष्कपट भाव से जल चढ़ाएं।
श्रीवीर बालाजी हनुमान मंदिर में आयोजित श्रीशिव पुराण की कथा में कथा व्यास पंडित शिवम नगायच के श्रद्धालुओं से भरे पंडाल में शिव महापुराण कथा के पहले दिन श्रद्धालुओं को कथा का श्रवण कराया। कथा के प्रारंभ में व्यासपीठ का पूजन मंदिर के पुजारी कमलेश महाराज ने किया। भक्तजनों को कथा का श्रवण कराते हुए पंडित शिवम नगायच ने कहा कि व्यक्ति का पूरा जीवन यह जानने में लग जाता है कि उसका जन्म क्यों हुआ। हकीकत यह है कि हमारा जन्म अपने पूर्व जन्म के प्रतिफल को पाने और भगवान का भजन करने के लिए हुआ है। यदि हमने पूर्व जन्म में अच्छे कर्म किए होंगे तो इस जन्म में प्रतिफल के रूप में हमें आनंद की प्राप्ति होगी। हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि विपरीत परिस्थिति में भगवान शिव ही तुम्हारे साथ रहेंगे । भगवान शिव को जल तो चढ़ाना लेकिन छल कपट से मत चढ़ाना। निष्कपट भाव से, निर्मल मन से, निर्मल ह्रदय से शिवजी को जल चढ़ाएं। कहा कि हमें जीवन में जो कुछ मिला है वह हमारे कर्मों से मिला है। आगे भी जो कुछ मिलेगा वह अपने कर्मों से ही मिलेगा। इस मौके पर राजीव विश्नोई, अनुरुद्ध, भोले, देवेन्द्र, रामजी, संजय, लवकुश, अंजनी, शिवांगी, अंजली, चित्रलेखा, सरिता, रंजना, प्रवीणा, अनुराधा समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।