ए आर टी ओ को धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ा हिरासत में पड़ा अस्थमा का अटैक -

Dec 30, 2023 - 22:32
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ए आर टी ओ को धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ा हिरासत में पड़ा अस्थमा का अटैक -
रिपोर्ट बबलू सेंगर - जालौन। वाहनों की चेकिंग करते समय ओवरलोड ट्रकों को पकड़ने पर एआरटीओ को फोन पर धमकी देने के मामले में पुलिस ने आरोपी को पकड़ा। कोतवाली में अचानक से अस्थमा का अटैक आने से आरोपी बेहोश हो गया। कोतवाली पुलिस उच्चाधिकारियों को सूचना देकर आनन फानन में आरोपी को सीएचसी में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा है। आरोपी ने बताया कि एआरटीओ ट्रक चालकों से सुविधा शुल्क वसूल रहे थे जिसकी उसने प्रमुख सचिव परिवहन से शिकायत की थी। इससे नाराज एआरटीओ ने कोतवाली में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एआरटीओ प्रवर्तन दल राजेश कुमार ने बीती 28 दिसंबर को कोतवाली में चेकिंग के दौरान फोन पर एक व्यक्ति द्वारा जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस आरोपी परमजीत सिंह सलूजा पुत्र सरदार इकबाल सिंह निवासी कौशलपुरी गुमटी नंबर पांच, कानपुर को शुक्रवार की रात पकड़कर कोतवाली ले आई थी। शनिवार को कोतवाली में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी तभी दोपहर करीब तीन बजे अचानक से आरोपी की तबियत खराब हो गई और वह बेहोश हो गया। आरोपी को बेहोश देखकर पुलिस के हाथ पैर फूल गए और आनन फानन में कोतवाल विमलेश कुमार व पुलिस बल उसे सीएचसी लेकर पहुंचे जहां उसे भर्ती कराया गया। जानकारी मिलने पर सीओ रामसिंह भी मौके पर पहुंच गए। सांस लेने में परेशानी होने पर उसे ऑक्सीजन लगाई गई। अस्पताल में तैनात डॉक्टर योगेश आर्या ने बताया कि उसे अस्थमा का अटैक आया था जिससे उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। हालत सही होने पर परमजीत सिंह ने बताया कि वह ट्रांसपोर्ट एशोसिएशन का महामंत्री है। पुलिस का व्यवहार उसके साथ सही था। उसने आरोप लगाया कि एआरटीओ चेकिंग के दौरान ट्रक चालकों से सुविधा शुल्क की मांग कर रहे थे। ट्रक चालकों ने उसे इसके बारे में बताया तो उसने एआरटीओ को फोन कर सुविधा शुल्क न मांगने के लिए कहा था। इसके बाद भी जब वह नहीं माने तो उसने 24 दिसंबर को इसकी शिकायत प्रमुख सचिव परिवहन से कर दी थी। इससे नाराज होकर उन्होंने 28 दिसंबर को उन्होंने रंजिशन उसके खिलाफ कोतवाली रिपोर्ट दर्ज करा दी। शुक्रवार की रात पुलिस उसे कोतवाली में ले आई। जहां शनिवार को उसे अचानक खांसी आई और सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके चलते वह बेहोश हो गया। इस मामले में एआरटीओ ने पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 21 दिसंबर को वह ओवरलोड वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। चेकिंग के दौरान रात करीब साढ़े आठ बजे दो ओवरलोड ट्रकों को पकड़ा गया। जब उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी तभी परमजीत सिंह सलूजा पुत्र सरदार इकबाल सिंह निवासी कौशलपुरी गुमटी नंबर पांच कानपुर का उनके पास फोन आया और वाहनों के खिलाफ कार्रवाई न करने की बात कही। इतना ही नहीं कार्रवाई करने पर झूठी शिकायतों में फंसाकर नुकसान करने व जान से मारने की धमकी दी गई थी।

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