जालौन। नगर में पेयजल की आपूर्ति के लिए तीन ओवरहेड पानी की टंकी के साथ ही पाइप लाइन बिछाई जा रही है। सोमवार को मंडलायुक्त ने छत्रसाल रोड पर बनाई जा रही पानी की टंकी की निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने गोशाला का भी निरीक्षण किया। बाद में उन्होंने कान्हा गोशाला का भी निरीक्षण किया।
सोमवार को मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे नगर में पहुंचे। सबसे पहले वह छत्रसाल रोड पर बनाई जा रही पानी की टंकी के निर्माण की प्रगति देखने पहुंचे। जहां उन्होंने ओवरहेड टैंक के साथ ही पंप हाउस, ऑफिस आदि के निर्माण को देखा। पानी की टंकी के निर्माण से वह संतुष्ट नजर आए। वहीं, ऑफिस के निरीक्षण में बनाए जा रहे कमरों से वह संतुष्ट नजर नहीं आए। उन्होंने कहा कि ऑफिस को बंद कमरे के रूप में नहीं नहीं बल्कि केबिन के रूप में बनाया जाए। ताकि कर्मचारियों को कार्य करने में सहूलियत हो और स्पेस नजर आए। अमृत 2.0 के अंतर्गत जालौन नगर पालिका परिषद पेयजल परियोजना के अंतर्गत मैसर्स ब्रिज इंजीनियरिग वर्क्स एंड बैंको कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पानी की टंकी का निर्माण कराया जा रहा है। कंपनी के कर्मचारी ने बताया कि 4560.61 रुपये की लागत से नौ नए ट्यूबबैल, दो ट्यूबबैल का रीबोर, तीन अवर जलाशय, जिसमें एक 500 किली, दूसरा 450 किली व तीसरा 600 किली का बनाया जा रहा है। 1550, 1800 व 2350 किली की क्षमता के तीन उच्च जलाशय का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा पाइप लाइन व 14586 गृहसंयोजन का लक्ष्य है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ले आउट व पाइप कार्यों की फिटिंग संबंधी कार्यों को अपने सामने कराकर देखा। टंकी के निरीक्षण के बाद वह कान्हा गोशाला के निरीक्षण के लिए पहुंचे। गोशाला में पशुओं में सर्दी से बचाव के इंतजाम दिखे। पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में भूसा व हरा चारा मिला। निरीक्षण के उपरांत मंडलायुक्त ने कहा कि अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत कराए जा रहे ओवरहेड टैंक की प्रगति व गोशाला का निरीक्षण किया गया। इस योजना के अंतर्गत लगभग 65 हजार की आबादी को शुद्ध व स्वच्छ पेयजल आपूर्ति कराने का लक्ष्य है। परियोजना का समयसीमा जुलाई 2025 तक पूरा कराने के निर्देश देने के साथ ही अन्य आवश्यक निर्देश दिए हैं। इस मौके पर डीएम राजेश पांडेय, पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि पुनीत मित्तल, एसडीएम विनय मौर्य, डॉ. एनडी शर्मा, सीडीओ राजेंद्र आदि मौजूद रहे।