जालौन। कोतवाली क्षेत्र में बकरी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले बकरी चोर गिरोह के आधा दर्जन सदस्यों को कोतवाली व सर्विलांस टीम ने संयुक्त कार्रवाई में पकड़ा। आरोपियों के पास से एक कार, दो तमंचा व चार चाकू समेत 16 बकरियां बरामद की गई।
पिछले कुछ दिनों में कोतवाली क्षेत्र में बकरी चोर लगातार बकरी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। बकरी चोरों ने आठ दिसंबर को सुरेश कुमार के बाड़ा में बंधी 22 बकरियां चोरी कर ली थीं। इतना ही नहीं शोर मचा रहे बकरी के सात बच्चों को गला रेतकर मार डाला था। इसके बाद 19 दिसंबर को ग्राम खनुआं में मुन्नालाल व भैयादीन के यहां से आठ बकरियां चोरी कर ले गए थे। जिनकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज की गई थी। बकरी चोरी की घटनाओं पर एसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस व सर्विलांस टीम संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रही थी। टीम बनाकर बकरी चोरों की तलाश की जा रही थी। रविवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे सर्विस रोड से होकर बकरी चोर बकरियों को बेचने के लिए ले जा रहे थे। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र पटेल के साथ एसओजी प्रभारी सतीश कुमार कुशवहा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने पमां के पास एक्सप्रेस वे पुल के नीचे घेराबंदी कर ली। वहां से एक ईको कार गुजरने पर जब पुलिस टीम ने उसे रोकना चाहा तो चालक कार लेकर भागने लगा। पुलिस ने घेराबंदी कर कार सवारों को दबोच लिया। पुलिस ने कार चालक दीपक कुमार उर्फ दीपू पुत्र सिद्धगोपाल निवासी राजेंद्रनगर कस्बा व थाना कबरई जिला महोबा, बकरी चोर गिरोह के मुखिया अंताश खां पुत्र फजल खां समेत मलश खां पुत्र फजल खां, आकम खां उर्फ छोटू पुत्र फजल खां, लाला उर्फ जावेद पुत्र सुलेमान, तौहीद खां पुत्र सुलेमान खां निवासीगण सुभाषनगर काशीराम कॉलोनी कोतवाली व जिला महोबा को पकड़कर जब उनकी तलाशी ली तो पुलिस ने उनके पास से दो तमंचा, दो कारतूस व चार चाकू समेत 16 बकरियों को बरामद किया। पुलिस की पूछतांछ में आरोपियों ने बताया कि वह अलग अलग गांवों में जाकर मौका लगते ही रात में बकरियों को चोरी कर कार में डाल लेते थे। यदि बकरियों के बच्चे शोर मचाते थे तो उन्हें मार देते थे। चोरी की बकरियों को बेचने के बाद जो रकम मिलती उसे आपस में बांटकर ऐश करते थे। कोतवाली क्षेत्र के अलावा उन्होंने जनपद महोबा में भी बकरी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। अपनी सुरक्षा के लिए तमंचे भी साथ ही रखते थे। पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाल व एसओजी प्रभारी के अलावा एसआई शैलेंद्र कुमार, मदन पाल, कांस्टेबल नीरज कुमार, महाराज सिंह, पवन कुमार आदि शामिल रहे।