जालौन। कोंच से फफूंद वाया जालौन रेलवे लाइन के लिए पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीराम पाल ने क्षेत्रीय सांसद व रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य नारायणदास अहिरवार को पत्र लिखा। ,
पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीराम पाल ने क्षेत्रीय सांसद व रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य नारायणदास अहिरवार को पत्र भेजकर लिखा कि झांसी कानपुर रेलवे लाइन पर स्थित एट जंक्शन से कोंच तक 14 किमी की दूरी की रेल लाइन दशकों पूर्व की है। यह रेलमार्ग किसी औद्योगिक क्षेत्र से भी नहीं जुड़ा है। न ही किन्हीं अन्य ट्रेन से इसण्का कोई कनेक्शन है। यदि इस रेल लाहन को लगभग 85 किमी की दूरी बढ़ाकर जालौन, औरैया होते हुए फफूंद रेलवे स्टेशन से जोड़ दिया जाए तो यहां से दिल्ली तक सीधी सेवा यात्रियों को मिल सकती है। इसके साथ ही जनपद भी विकास के मानचित्र पर आ सकता है। यहां के व्यवसायी सीधे दिल्ली से अपना व्यापार कर सकते हैं। किसानों और युवाओं को भी फायदा पहुंचेगा। क्षेत्र के लोग इसकी मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इसमें समाजसेवी देवीदयाल वर्मा का योगदान सराहनीय है वह लगातार इस संबंध में पत्रचार करते रहते हैं। लिखा कि उन्होंने भी राज्यसभा सांसद रहते हुए 17 दिसंबर 2009 को सदन में कोंच से फफूंद तक नई रेल लाइन की स्वीकृति के लिए मांग की थी। जनता व समाजसेवियों की मांग पर नई रेल लाइन के सर्वे के लिए बजट आवंटित किया गया था जितकी सर्वे रिपोर्ट 10 फरवरी 2014 को रेलवे बोर्ड भेजी जा चुकी है। इसके साथ ही इस रेल लाइन पर आने वाले रेलवे स्टेशनों का विवरण भी भेजा गया है। रेल लाइन की स्वीकृति के लिए जालौन नगर के लोगों ने मार्च समेत क्रमिक अनशन व आमरण अनशन भी किया है। इसके बाद भी भारत सरकार व रेल मंत्रालय इस रेल लाइन के निर्माण में कोई रूचि नहीं ले रहा है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में वह इस मुद्दे को रखें और नगर को रेल लाइन की सौगात दिलाकर इस क्षेत्र के विकास के भागीदार बनें ताकि जनता उन्हें लंबे समय तक याद रखे।