कोंच(जालौन)। सरकारी तंत्र गौशालाओं को संभाल पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। ग्राम पंचायत डीहा की गौशाला मवेशियों के लिए काल कोठरी बन कर सामने आई है जहां करीब 30 मवेशियों की मौत हुई है। नदीगांव विकास खंड के ग्राम डीहा की गौशाला की 30 मरी गायों के खेतों में अवशेष पड़े मिलने से सनसनी फैल गई है। ग्रामीण इन गायों की मौत की वजह भूख प्यास बता रहे हैं। मवेशियों के मृत पड़े मिलने की सूचना पर अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
सरकार लाख कोशिशें कर लें लेकिन शायद ही गायों और गौवंशों के रखरखाव की समुचित व्यवस्था हो पा रही हो। ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला सामने आया है तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत डीहा में जहां 30 गायों की मौत हुई है। ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने से सरकारी अमले में हड़कंप मच गया, ग्रामीणों द्वारा वीडियो बना कर वायरल कर देने के बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की अगर मानें तो ग्राम प्रधान और सचिव की लापरवाही के चलते गायों की भूख प्यास से मौत हो गई है। वहीं पशु चिकित्सा अधिकारी उरई तथा पशु चिकित्सक नदीगांव भी मौके पर पहुंच गए थे। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात अधिकारियों द्वारा कही गई है। गायों की इस तरह अकाल मौत के कारण गुस्साए ग्रामीणों ने प्रधान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस संबंध में पशु चिकित्सक नदीगांव एसके सचान का कहना है कि तकरीबन 27 गौवंशों के अवशेष उनकी गिनती में आए हैं। प्रथम दृष्ट्या इनकी मौत को लेकर कहा जा सकता है कि दो दिन से लेकर दो माह पहले तक के हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, यद्यपि ग्रामीणों द्वारा इन गौवंशों को गौशाला का बताया जा रहा है लेकिन सही बात जांच के बाद ही सामने आ सकेगी।
फोटो परिचय—
गौवंषों के कंकालों को देखता ग्रामीण।